उत्तराखंड में एक चरवाहे ने स्कूल का खेल मैदान बनाने के लिए बेचा अपना खेत, जानिये बागेश्वर के इस ईश्वर ने क्यों दिया ये दान
| |

उत्तराखंड में एक चरवाहे ने स्कूल का खेल मैदान बनाने के लिए बेचा अपना खेत, जानिये बागेश्वर के इस ईश्वर ने क्यों दिया ये दान

कहते हैं सिर्फ पैसे होने से आप अमीर नहीं होते उसके लये एक बड़े दिल की जरुरत होती है । आज कल जहाँ लोग खुद के पास बहुत पैसा होने के बाद भी गरीबों का हक़ मार रहे हैं । वही राज्य में में कुछ ऐसे भी लोग हैं जो खुद से पहले दूसरों के बारे में सोचते हैं ।

हम बात कर रहे हैं बागेश्वर के  करुली के  निवासी ईश्वरी लाल साह(ईश्वर) की । जो की बकरी चराते हैं और साथ ही कई बार वह मजदूरी भी करते हैं।

यहोवा मेरा चरवाहा है, मुझे कुछ घटी न होगी । भजन संहिता २३।

ईश्वरी लाल साह ने अपनी जमीन को जूनियर हाईस्कूल करुली को दान कर दिया , जिससे यहाँ के बच्चों के लिए खेल का मैदान बनाया जा सके । 

May be an image of 1 person and beard

 

बकरी चराते हुए मन में आया था ख्याल

आपको बता दें करुली निवासी ईश्वरी लाल साह(ईश्वर) अक्सर जूनियर हाईस्कूल करुली  की तरफ अपनी बकरियां चाहने के लिए जाते थे । उन्होंने वहां पर अकसर बच्चों को उबड़ खाबड़ जमीन पर कहते हुए देखा था । स्कूल  में चार दीवारी भी नहोने की वजह से जानवर अंदर आ जाते थे जिससे बच्चों की दिखातें होती थी ।

खुद कम पढ़े लिखे पिता ने बच्चों की खु​शी के लिए स्कूल को दान किए ढ़ाई लाख  रुपए, इस वजह से पसीजा दिल | Bageshwar education Second class pass father  goat rearing

 

 

तभी उनके  मन में स्कूल को को अपनी जमीन दान करने के ख्याल आया । और उन्होंने इसे सच साबित करते  हुए स्कूल की बेहतरी के अपनी जामें दान कर दी . जिसे मिले 2.50 लाख रूपए स्कूल में खेल का मैदान बनाए व् चार दीवारी के लिए खरच किये जायगे ।

असली अमीर! स्कूल की मदद के लिए मज़दूर ने बेच दी बकरियां, 2.5 लाख रुपये कर  दिए दान

हर तरफ से मिल रही है खूब सराहना

ईश्वरी लाल साह के इस काम की हर तरफ काफी सराहना हो रही है । उनके अनुसार उनका यह दान बहुत ही छोटा है . वे कहते हैं मुझसे जितना हुआ मैंने किया । स्कूल प्रशासन ने भी उनके इस कदम की सराहना की की है ।

 

ईश्वरी लाल की खुद की बेटी भी इसी स्कूल  में पढ़ती है । आपको बता दें ये वही जूनियर हाईस्कूल करुली है जहाँ की बच्चों के सुलेख काफी चर्चा में रहा है ।

उत्तराखंड में एक चरवाहे ने स्कूल का खेल मैदान बनाने के लिए बेचा अपना खेत, जानिये बागेश्वर के इस ईश्वर ने क्यों दिया ये दान

 स्कूल द्वारा यहाँ होने वाले  विकास कार्यों को पूरा करने की जिम्मेदारी ईश्वरी लाल साह को ही सौप दी जिससे उनके द्वारा दी गयी धनराशि का राशि का सदुपयोग हो सके।

 

 

 

Similar Posts