उत्तराखण्ड के इस युवा ने पहले ही प्रयास में मारी बाज़ी, थल सेना में मिला लेफ्टिनेंट का पद
|

उत्तराखण्ड के इस युवा ने पहले ही प्रयास में मारी बाज़ी, थल सेना में मिला लेफ्टिनेंट का पद

देवभूमि  के युवा आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं।‌ उत्तराखंड का सेना का साथ बहुत गहरा सम्बन्ध रहा है । कहते है पहाड़ से हर घर से कोई न कोई सेना में होना ही चाहिए । इसीलिए सैन्य क्षेत्रों में हमेशा की तरह इस क्षेत्र में भी राज्य के युवा बढ़चढ़कर शामिल हो रहे हैं।

आज हम आपको राज्य के एक और ऐसे ही होनहार युवा से रूबरू कराने जा रहे हैं जिसने न केवल पहले प्रयास में ही यूपीएससी द्वारा संचालित सीडीएस तथा एनसीसी डायरेट एंट्री स्कैम में सफलता अर्जित की बल्कि अब कठिन प्रशिक्षण प्राप्त कर वह भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट भी बन गए हैं।

पहले ही प्रयास में उत्तीर्ण की परीक्षा

आपको  बता मूल रूप से राज्य के चंपावत जिले के बिरगुल क्षेत्र के लधौली गांव निवासी शुभम सिंह बिष्ट भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। बीते शनिवार को ओटीए (ऑफीसर्स ट्रेनिंग एकेडमी) चेन्नई में आयोजित हुई पासिंग आउट परेड के दौरान शुभम के माता-पिता ने खुद बेटे के कंधों पर सितारे सजाकर उसे थल सेना को समर्पित किया।

भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बने उत्तराखंड के शुभम बिष्ट, आप भी दे बधाई

शुभम ने अपने पहले ही प्रयास में  यूपीएससी द्वारा संचालित सीडीएस तथा एनसीसी डायरेट एंट्री परीक्षा को पास किया है । उसके बाद कठिन प्रशिक्षण प्राप्त कर भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट पद प्राप्त किया है ।

परिवार की सैन्य परम्परा को बढ़ाया आगे

शुभम ने  परिवार की सैन्य परम्परा को बढ़ाते हुए यह मुकाम हासिल करने वाली शुभम की इस अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की है ।  एक सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले शुभम के दादा स्व. हरक सिंह बिष्ट जहां भारतीय नौसेना में सूबेदार थे वहीं उनके पिता श्याम सिंह बिष्ट वर्तमान में नौसेना में ही सूबेदार के पद पर कार्यरत हैं।

Rajasthan, Defense Laboratory Jodhpur Chaff Technology Handed Over Indian Navy ANN | Jodhpur News: नौसेना को सौंपी गई रक्षा प्रयोगशााला जोधपुर में तैयार हुई चेफ टेक्नोलॉजी, दुश्मन ...

जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं समूचे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है। इस अवसर पर जहां उनके माता पिता के चेहरों की खुशी देखते ही बनती थी वहीं बेटे को सेना की वर्दी में देखकर उनकी छाती भी गर्व से चौड़ी हो गई। बता दें कि शुभम ने अपनी इस अभूतपूर्व सफलता का श्रेय अपनी माता मीना बिष्ट एवं नाना सेवानिवृत्त अध्यापक नाथ सिंह बिष्ट को दिया है।

 

उत्तराखंड की सभी रोचक व् नयी जानकारी के लिए ई- देवभूमि के WHATSAPP GROUP से जुडिए Whatsapp, logo Icon in Social Media
उत्तराखंड की सभी रोचक व् नयी जानकारी के लिए ई- देवभूमि के TELEGRAM GROUP से जुडिए Telegram icon - Free download on Iconfinder

Similar Posts