Shashi Singh : उत्तराखंड की भूमि ने ऐसे बड़े बड़े नेता , राजनेता दिए हैं जिन्होंने भारतीय राजनीति में ऐसे काम किये हैं जिससे देश और समाज का कल्याण हुआ है . देवभूमि की इसी भूमिपर ऐसे ही एक नेता का जन्म हुआ जिन्हे आज के समय में भारत की राजनीती का भविष्य कहा जाता है . इस बड़े नेता का परिवार आज भी उत्तराखंड में एक बहुत ही सदा जीवन बिता रहा है .
आज हम आपको उत्तराखंड के ऐसे ही एक भाई बहन के बारे में बता रहे हैं जो सभी के लिए एक प्रेरणा के स्रोत हैं . हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सगी बहन Shashi Singh की . भाई जहाँ उत्तर प्रदेश जैसे राज्य का का मुखिया है वही उनकी बहन आज भी तीर्थ नगरी ऋषिकेश में एक छोटी सी चाय की दुकान चलाती हैं।
शशि जीती है सादा जीवन
आज कल के टाइम जहाँ अगर किसी का दूर का रिस्तेदार भी किसी पार्टी से कोई छोटा सा ही सम्बन्ध रखता है तो उसका परिवार किसी प्रकार की सुख सुविधाओं से वंचित नहीं कहता है .
लेकिन योगी आदित्यनाथ की बहन भाई के मुख्यमंत्री होने बाद भी आज तक एक सादा जीवन बिताती हैं . योगी की बहन शशि सिंह योग नगरी ऋषिकेश में अपने पति के साथ एक छोटी से छाय की दूकान चलाती है । (Shashi Singh Yogi Sister)
जहाँ पर आने वाले ग्राहकों को बड़े ही प्यार खिलाती पिलाती हैं । इसी प्रकार उनके भाई योगी भी मुख्यमंत्री होते हुए भी सादा जीवन बिताते हैं । किसी भी प्रकार की सुख सुविधाओं के लालच से परे ये दनो भाई बहन सभी के लिए एक प्रेरणा के स्रोत हैं । की कैसे एक बड़े राजनैतिक पद पर होने के बाद भी समाज सेवा और देश प्रेम के साथ काम किया जाता है ।
उत्तराखंड को है इन दोनों पर गर्व
यु तो देवभूमि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अपनी बहन शशि सिंह Shashi Singh से मिलने काम ही आ पाते हैं . परन्तु जब भी उनके मिलने आते हैं उनकी बहन उनसे एक ही गुज़ारिश करती हैं .
जिसमे वे अपने भाई आदित्य नाथ योगी से कहती हैं की इस पहाड़ की भूमि और यहाँ के लोगों का हमेश ख्याल रखें।आपको बता दें योगी की बहन Shashi Singh शशि सिंह पौड़ी के कोठार गांव की रहने वालीं हैं . वे अपने पति के साथ कही की दूकान चलाती हैं .
उनकी एक दुकान ऋषिकेश में नीलकंठ मंदिर के पास है और दूसरी दुकान भुवनेश्वर मंदिर के पास। इन दोनों दुकानों में चाय, पकौड़ी के साथ साथ प्रसाद भी मिलता है।दूकान पर खाने पिने की छोटी मोती चीज़ों के अलावा अगर कोई खाना खाने वाला पहुंच जाए तो वे शशि सिंह उसको भोजन भी कराती हैं।(Shashi Singh Yogi Sister)