अगर आपके सोच सही और इरादे मजबूत हैं तो फिर कोई कमी भी आपके रास्ते नहीं रोक सकती हैं । इसी का एक उदाहरण पेश किया है उत्तराखंड के एक शिक्षक दिव्यांग शिक्षक प्रदीप नेगी ने।
उत्तराखंड के ये शिक्षक महोदय दूसरे शिक्षकों के लिए मिसाल है। हरिद्वार के प्रदीप नेगी ने यह साबित कर दिया है कि अगर आपकी सोच सकारात्मक है और अपने काम से प्यार हो तो शारीरिक चुनौतियां भी कभी भी आपका रास्ता नहीं रोक सकती हैं ।
प्रदीप नेगी पढ़ाने के लिए डिजिटल संसाधनों का जिस प्रकार उपयोग करते हैं, इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी प्रभावित हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के शिक्षक प्रदीप नेगी से मिलना चाहते थे, इसलिए उन्होंने अपनी सरकार से उनसे मुलाकात की व्यवस्था करने को कहा.
राष्ट्रपति द्वारा हुए सम्मानित
वर्ष 2022 में 5 सितम्बर को शिक्षण में इन्नोवशन व् बेहतर सेवा के लिए शिक्षक दिवस के मौके पर प्रदीप नेगी को “राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार” देकर सम्मानित भी किया जा चूका है।
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने खुद प्रदीप नेगी को पुरस्कार से सम्मानित किया। प्रदीप नेगी को “राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार” से पहले भी कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
प्रदीप नेगी भारत के पौड़ी गढ़वाल जिले के एकेश्वर ब्लॉक के भंडारी गांव के रहने वाले हैं। जब वे सिर्फ दो साल के थे , तो उन्हें पोलियो हो गया था, लेकिन उन्होंने इसे अपने लक्ष्यों को हासिल करने की कोशिश करने से नहीं रोका। उन्होंने कड़ी मेहनत करने और लगन से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के नए तरीके खोजे।
दूसरे शिक्षकों के लिए पेश की मिसाल
सरकारी स्कूलों की पढ़ाई की गुणवत्ता यहाँ किसी से छुपी नहीं है। हर जगह , कहीं संसाधनों की कमी तो कहीं शिक्षकों की उदासीनता की वजह से छात्रों को शिक्षा ठीक प्रकार नहीं मिल पाती है।
लेकिन आज के समय में भी प्रदीप नेगी जैसे शिक्षकों ने अपनी लगनशीलता और इनोवेटिव सोच के जरिए ना सिर्फ छात्रों की पढ़ाई की राह आसान की है , बल्कि समाज में एक अनूठी मिसाल भी पेश की है।
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का करते हैं उपयोग
अर्थशास्त्र के शिक्षक प्रदीप नेगी के मन में हमेशा से टीचिंग में कुछ खास करने की चाह थी । प्रदीप नेगी ने देश के बच्चों को बेहतर ढंग से पढ़ाने के लिए अपनी वेबसाइट, ब्लॉग और यूट्यूब चैनल का माध्यम चुना है.जिस पर वे अक्सर वीडियो लेक्चर डालते हैं और कई बच्चों को व्हाट्सएप के जरिए शेयर भी करते हैं.
आपको बता दें प्रदीप नेगी सरकारी ऑनलाइन टीचिंग के प्लेटफार्म का भी हिस्सा हैं । प्रदीप नेगी स्कूल के छात्रों के भी पसंदीदा टीचर हैं। प्रदीप नेगी के द्वारा बनाई हुई वेबसाइट और वीडिओज़ बच्चों की पढ़ाई में काफी सहायक हो रही हैं।
प्रदीप नेगी को अब तक दो बार राष्ट्रपति से सम्मानित किया जा चुका है। पहली बार 2014 में, जब तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उन्हें सम्मानित किया था। वर्ष 2022 में, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रोटोकॉल तोड़कर खुद स्टेज से नीचे आकर प्रदीप नेगी को सम्मानित किया,
प्रदीप सर के स्टूडेंट्स ने बताया कोरोना काल में भी वे ऑनलाइन कंटेंट मुहैया करवाते रहते थे , जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं हुई और लगातार ऑनलाइन पढ़ने के कारण उसके बेहतर ग्रेड आ रहे हैं। प्रदीप नेगी ने बच्चों के पढ़ने के लिए ऐसी वेबसाइट बनाई है जो बच्चों की पढ़ाई में मददगार है। वेबसाइट में ऐसी जानकारी होती है जो छात्रों के लिए उपयोगी होती है।