उत्तराखण्ड के इस फ्रीडम फाइटर के परिवार ने दी अनोखी मिसाल , पहाड़ की चोटी पर पानी लेकर प्रशासन को दिखाया आइना
| |

उत्तराखण्ड के इस फ्रीडम फाइटर के परिवार ने दी अनोखी मिसाल , पहाड़ की चोटी पर कौशल्या देवी मंदिर में पानी लाकर प्रशासन को दिखाया आइना

मन के हारे हार है, मन के हारे जीत। हमारी ये खबर इस कथन पर बिलकुल पर ठीक बैठती है ।  पिथौरागढ़ नगर के पश्चिमी छोर में ऊंची पहाड़ी पर स्थित प्रसिद्ध कौशल्या देवी मंदिर में  एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. कृष्णानंद उप्रेती के परिवार ने पेयजल को  खुद अपने दम पर ऊपर तक पहुंचाया है ।

इस परिवार ने शासन को आइना दिखा कर प्राकृतिक संसाधनों से लिफ्ट वेल बनाकर पेयजल को ऊंची पहाड़ी पर स्थित प्रसिद्ध कौशल्या देवी मंदिर तक  खुद अपने दम पर ऊपर तक पहुंचाया है ।

श्रद्धालुओं को पेयजल संकट का सामना

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. कृष्णानंद उप्रेती के परिवार ने मंदिर परिसर तक वेल से पानी लिफ्ट कर पहुंचा दिया गया। यहाँ पर पिछले  नवरात्र से  विधिवत रूप से पेयजल सुचारू किया गया। यहाँ पर मंदिर के परिसर में पेयजल मिल जाने से अब  यहाँ के स्थानीय ग्रामीणों व आने वाले श्रद्धालुओं को पानी के संकट से नहीं गुज़रना पड़ेगा  ।

Freedom Fighter Family Brought Water To Mountain In Pithoragarh. फ्रीडम फाइटर के परिवार ने दिखाया सिस्टम को आईना, अपने दम पर पहाड़ की चोटी पर पहुंचाया पानी. Pithoragaeh Kaushalya ...

मंदिर में पेयजल पहुंचने से ग्रामीणों ने खुशी जताई है। दरअसल जिला मुख्यालय के नजदीकी ग्राम पंचायत हुड़ेती के प्रसिद्ध कौशल्या देवी मंदिर में अभी तक पेयजल की कोई योजना नहीं बनी है। ग्रामीण और आस पास के लोगों द्वारा कई बार प्रशासन से इस मंदिर में पेयजल पहुंचाने का हल ढूंढने की गुज़ारिस की गयी परन्तु कोई परिणाम नहीं निकला ।

Pithauragarh News: स्वंतत्रता सेनानी के परिवार ने प्रशासन को दिखाया आइना, पहाड़ की चोटी पर पहुंचा दिया पानी - Pithauragarh News The family of the freedom fighter showed the mirror ...

इस मंदिर में पहुंचने के लिए JIC-सुकौली मोटर मार्ग से करीब 400 मीटर ऊंची खड़ी चढ़ाई  करनी पड़ती है। इस  पौराणिक मंदिर में वर्ष भर ग्रामीणों की ओर से विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया जाता है ।

प्रशासन ने गुहार पर नहीं दिया था ध्यान

इस हुड़ेती गांव के ग्रामीण वाशियों की ओर से हर वर्ष नवरात्र की नवमी पर मंदिर परिसर में विशाल भंडारे का आयोजन भी करवाया जाता है , लेकिन पीने का पानी न होने वजह लोग  मजदूरों के सहारे दूरदराज से पेयजल की व्यवस्था करते हैं ।

pithoragarh #पिथौरागढ़, #shorghati कौशल्या देवी मंदिर पिथौरागढ़।। गुफा में विराजती हैं माँ कौशल्या - YouTube

कोई पुकार न सुने जाने के बाद  हुड़ेती गांव के ही रहने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. कृष्णानंद उप्रेती के पुत्र हेम चंद्र उप्रेती के परिवार ने खुद के संसाधनों से मंदिर में  पीने के पानी की व्यवस्था करने का निर्णय लिया। उप्रेती परिवार ने सर्वप्रथम मंदिर गेट के निकट कुआं खोदने का प्रयास किया। बात नहीं बनने पर उन्होंने मंदिर परिसर से करीब सौ मीटर नीचे कुआं खोदने का कार्य किया गया। इस बार उनका यह प्रयास सफल रहा और करीब सौ फिट की गहराई के बाद कुएं में लबालब पानी भर गया।

कौशल्या देवी मंदिर में है एक दिव्य गुफा, भगवान राम का बनाया शिवलिंग आज भी मौजूद - kaushalya devi temple have a cave and a shivling made by lord ram – News18 हिंदी

इसके बाद कुएं के पास एक टंकी बनाई गई और पानी को सौ मीटर लिफ्ट करने के लिए दो इलेक्ट्रानिक जल पंप भी लगाए गए।  मंदिर परिसर तक पाइपलाइन बिछाकर तीन संयोजन भी जोड़ दिए गए हैं। पिछले नवरात्र  से  मंदिर परिसर में विधिवत रूप से पीने के पानी का शुभारंभ किया गया है ।

 

उत्तराखंड की सभी रोचक व् नयी जानकारी के लिए ई- देवभूमि के WHATSAPP GROUP से जुडिए Whatsapp, logo Icon in Social Media
उत्तराखंड की सभी रोचक व् नयी जानकारी के लिए ई- देवभूमि के TELEGRAM GROUP से जुडिए Telegram icon - Free download on Iconfinder

Similar Posts