अल्मोड़ा में द्वारहाट के बड़ेत गांव की महिला ग्राम प्रधान ने अपनो कामों से सभी का दिल जीत लिया है. ग्राम प्रधान अपने विकास कार्यों की वजह से सोशल मीडिया पर भी मशहूर हो रही है. यह कहानी है ग्राम प्रधान रेखा बिष्ट की.
कुछ समय पहले तक बड़ेत गांव की स्थिति भी कुछ ऐसी ही थी जैसी कि उत्तराखंड के दूसरे गांवों की. लेकिन फिर गांव की कमान संभाली पढ़ी-लिखी महिला ग्राम प्रधान रेखा ने. रेखा ने फार्मेसी और एम ए तक पढ़ाई की है. अपनी शिक्षा को प्रयोग वह अपने गांव को विकसित करने में कर रही हैं.
द्वाराहाट ब्लाक का बड़ेत गांव बेहद खास है। क्षेत्र में खास चर्चा में भी है। अब इसे लोग डिजिटल गांव बोलने लगे हैं। यहां पर ग्रामीणों के गांव में ही खाते खुल रहे हैं। खतौनी भी गांव में ही मिल जा रही है।
पानी और बिजली के बिलों का भुगतान भी ग्रामीण ऑनलाइन गांव में ही कर पा रहे हैं। नई तकनीकों का फायदा मिलने से ग्रामीण बेहद खुश हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में ग्राम प्रधान रेखा बिष्ट के प्रयासों से उनको नई तकनीकी की जानकारी मिलने के साथ ही सुविधाएं भी मिल रही हैं। इसलिए वह सभी सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं। उनके गांव में जीर्ण-शीर्ण पंचायत घर की हालत भी ठीक हो गई है। पंचायत घर में ही भारतीय स्टेट बैंक का ग्राहक सेवा केन्द्र खोला गया है।
गांव की ग्राम प्रधान रेखा बिष्ट की मेहनत से ग्रामीण नई तकनीक का फायदा ले रहे हैं। रेखा ने फार्मसी का कोर्स करने के बाद खातक किया है। ग्राम प्रधान ने बताया कि जब वह ग्राम प्रधान चुनी गई तो उनका सपना अपने गांव को बेहद खास बनाना था। उन्होंने अफसरों से संपर्क करना शुरू किया। इसका नतीजा ये रहा कि गाँव को नई तकनीक का फायदा मिलने लगा।
पद पर आते ही रेखा ने अपने किये वादों को पूरा करने की शुरुआत की. सबसे पहले गांव मे एक पैदल मार्ग को पक्का किया गया. ग्राम प्रधान रेखा बिष्ट जब प्रधान बनी तो उनके गांव को आने वाला रास्ता कच्चा था. जिसमें अक्सर स्कूल जाने वाले बच्चे व बूढ़े गिर जाते थे.
रास्ते की प्राथमिकता को देखते हुए प्रधान ने ब्लॉक द्वारा मिले बजट से इस रास्ते को ऐसा संवारा की, यह अब अन्य ग्राम प्रधानों के लिए मिसाल बन गया है. सोशल मीडिया में प्रधान रेखा बिष्ट की तारीफ हो रही है. इसके साथ ही प्रधान ने जल संरक्षण का कार्य भी किया, ताकि गांव मे हर साल गर्मियों के मौसम में होने वाली पानी की समस्या को कम किया जा सकें.
द्वाराहाट विकास खंड के ग्राम पंचायत बड़ेत ने जहां जिले में पहला डिजिटल गांव बनने का गौरव प्राप्त किया है। म प्रधान ने बताया कि इन सब कार्यों को करने के लिए सीडीओ नवनीत पांडेय का विशेष योगदान रहा है। उनके विजन ने ही यह सब कार्य करने के लिए प्रेरित किया है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में गांव पूर्ण रूप से डिजीटल है। जिसमें सीएससी सेन्टर, बैंकिग सुविधाओं का लाभ गांव के लोग ले रहे हैं। महिलाओं एवं युवतियों को भी इसमें दक्ष किया जा रहा है।उल्लेखनीय कार्यों के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी, डीएम वंदना भी अपने ट्यूटर हैंडल से गांव की सराहना कर चुके हैं