Join Group☝️

उत्तराखंड के चंबा के इस युवा ने बढ़ाया प्रदेश का मान , भारतीय नौसेना में पाया लेफ्टिनेंट का पद

राज्य के होनहार युवा आज सेना में अपनी मेहनत के दम पर उच्च स्थान प्राप्त कर देश सेवा कर रहे हैं . उत्तराखंड से हर वर्ष कई युवा इसी सपने के साथ सेना में शामिल हो रहे हैं . आज हम आपको उत्तराखंड के ऐसे ही युवा से रूबरू करारा रहे हैं जिहोने अपनी कठिन परिश्रम से से भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट का पद प्राप्त किया है .

हम बात कर रहे हैं  टिहरी गढ़वाल जिले के चंबा के महेश कोठारी की, जिन्होंने 4 वर्ष का कठिन सैन्य प्रशिक्षण के बाद 26 नवंबर को भारतीय नौसेना अकादमी, एंजिमाला, केरल से पास आउट होकर भारतीय नौसेना में अपना स्थान बनाया .

बचपन के सपने को किया सच

प्राप्त जानकारी के अनुसार  महेश कोठरी उत्तराखंड  टिहरी गढ़वाल जिले के चंबा विकासखंड के हडम गांव निवासी हैं .  महेश की प्रारंभिक शिक्षा चंबा में गाँव में हुई ।  उसके बाद महेश ने सैनिक स्कूल घोड़ाखाल से इंटर की परीक्षा पास की . महेश के पिता कृष्णा कोठारी के अनुसार उनका बेटा महेश की बचपन से ही नेवी में जाना चाहता था। उन्होंने बेटे के इस सपने को सच करने  में उसका साथ दिया जिसकी वजह से आज वह यहाँ पंहुचा सका है ।

उत्तराखंड के चंबा के इस युवा ने बढ़ाया प्रदेश का मान , भारतीय नौसेना में पाया लेफ्टिनेंट

 

12 वीं के बाद से उन्होंने नौ सेना में जाने का मन बना लिया था । जिसके लिए उन्होंने तयारी भी शुरू कर दी । फिर महेश का चयन इंडियन नेवल अकादमी एंजिमाला केरल के लिए हो गया . वहां पर चार साल लगातार कड़ी मेहनत के से ट्रेनिंग करने के बाद 26 नवंबर को वे बतौर सब लेफ्टिनेंट पास आउट हुए हैं ।

 माता-पिता और गुरुजनों को दिया श्रेय

पासिंग आउट परेड में मुख्य अतिथि की उपस्थिति में महेश को लेफ्टिनेंट बैच लगाए गए। इसके बाद महेश 26 दिसंबर को इंडियन नेवी में अपना  सब लेफ्टिनेंट का पदभार संभालेंगे। उनकी पासिंग आउट परेड में महेश के साथ पिता कृष्णा कोठारी, माता देवेश्वरी देवी भी मौजूद थे। अभी महेश कोठरी की पोस्टिंग  विशाखापट्टनम में हुई है।

उत्तराखंड के चंबा के इस युवा ने बढ़ाया प्रदेश का मान , भारतीय नौसेना में पाया लेफ्टिनेंट

महेश ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया है । महेश के पिता के अनुसार  बेटे की इस उपलब्धि से उनके पूरे परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है। अपनी E-devbhoomi टीम के तरफ से महेश को इस सफलता के लिए बधाई देते हैं ।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

दून की शैफाली ने होम डेकॉर को दिया नया रूप , देखकर बन जायगा आपका दिन उत्तराखंड के इस अद्भुत मंदिर में पातालमुखी हैं शिवलिंग,यही माता सती ने त्यागे थे प्राण इस मतलबी दुनिया में ये बैंक भर रहा है भूखे,असहाय लोगों का पेट , हल्दवानी के इस बैंक को आप भी कीजिये सलाम सिलबट्टे को पहाड़ी महिलाओं ने बनाया स्वरोजगार , दिया खाने में देशी स्वाद का तड़का श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा है सिखों का तीसरा सबसे पवित्र तीर्थ स्थल, जानिए क्या इसकी खासियत