Join Group☝️

इस बार आप भी नैनीताल यात्रा के दौरान रहिये मिट्टी के घर में, प्रशासन ने किये हैं ये नए इंतेज़ाम 

उत्तराखंड में नैनीताल पर्यटन का एक प्रमुख स्थान है । ये अपनी अपनी खूबसूरती के पूरे देश में प्रसिद्ध है ।  नैनीताल यात्रा के दौरान आपको  यहां पर ठहरने के लिए  अलग अलग प्रकार के  होटल्स, कॉटेज और होमस्टे रोकने के लिए मिल जाता हैं।

पर अब नैनीताल पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पर्यटन स्थलों में मिट्टी के घर और कॉटेज भी बनने जा रहे हैं।  ये मिट्टी के घर और कॉटेज जो आकर्षण का केंद्र तो होंगे ही साथ साथ  ये  पर्यावरण की दृष्टि से भी अनुकूल होंगे ।

Shagun Singh: Geeli Mitti Initiative - Nomad Lawyer

गीली मिट्टी संस्था बनाएगी ये घर

नैनीताल में मिट्टी के घरों के निर्माण करने की पहल के नैनीताल के  जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने  की है। प्रशासन की इस योजना को पूरा करने के लिए  गीली मिट्टी संस्था की मदद लेगा।

Geeli Mitti Farms- Natural Building Experts

 

गीली मिट्टी संस्था की संस्थापक शगुन सिंह के अनुसार  की बनाये जाने वाले मिट्टी के घरों को एक अलग आर्किटेक्चर के साथ तैयार किया जाता है जिसकी वजह से इसमें  गर्मी, बारिश और बर्फ का कोई भी असर नहीं होता।

Mud House Cottage Construction Cost - Chamba -Bilaspur- Shimla - UnaShimla - Dharamsala - Palampur at Rs 1600/square feet | मॉड्यूलर कॉटेज in Pondicherry | ID: 25742025533

 

आपको बता दे एक घर को बनाने में करीब ₹5 लाख तक का खर्चा आ जाता है। यह एक प्रकार का घर है जो पूरी तरह से प्राकृतिक संसाधनों से बना है और पर्यावरण के अनुकूल भी है।

jagran

पर्यावरण के अनुकूल

मिट्टी के घरों के निर्माण के पहले चरण में  5 गावों में काम शुरू हुआ है । बाद में इनकी संख्या बढ़ाई जायगी । मिट्टी के यह  घर प्राकृतिक संसाधनों की सहायता  से बनाए जाते हैं।  जिससे ये पर्यावरण के अनुकूल अथवा इको फ्रेंडली भी होते  है। ये घर गर्मी के दौरान मकान ठंडे रहते हैं और सर्दी में गर्म रहते है

पर्यावरण के अनुकूल
पर्यावरण के अनुकूल

नैनीताल में जिला प्रशासन गीली मिट्टी संस्था  की मदद से मुक्तेश्वर, पंगोट, रामगढ़ व अन्य पर्वतीय स्थलों पर मिट्टी के घर बनाने जा रहा है।

jagran

गीली मिट्टी फार्म की शगुन सिंह का कहना है कि विशेष आर्किटेक्ट मिट्टी के घरों को डिजाइन करते हैं ताकि वे बारिश, गर्मी और बर्फ की मौसम की स्थिति का सामना कर सकें।

 

यह भी पढ़ें : UP से नैनीताल में बसने आये दम्पति ने कर दिया ये कारनामा , प्लास्टिक की बोतलों से बना डाला अपना आशियाना

टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा 

नैनीताल के जिलाधिकारी धीरज सिंह ने बताया कि टूरिज्म को  बढ़ावा देने की दृष्टि से  यह कदम उठाया गया है। मिट्टी के घरों का ये प्रोजेक्ट पर्यटकों को आकर्षित करेगा ।

Experiential Learning School Trips to Nature Adventure Camp in Jim Corbett, Ramnagar, Uttarakhand | Rocksport

 

जानकारी के अनुसार इस प्रोजेक्ट से ग्रामीणों में रोजगार का जरिया मिलेगा और पलायन में भी कमी आएगी । डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि मड बेस्ड इन स्ट्रक्चर्स को और बढ़ावा देने के लिए ग्रामीणों को जैविक खेती हॉर्टिकल्चर और फ्लोरीकल्चर के साथ जोड़ा जा सकेगा ।

Jim Corbett Mud House – Green Ecovillage in Ramnagar, Nainital, Uttarakhand, IN

नैनीताल जिला प्रशासन मड हाउस प्रोजेक्ट की मदद से जिले के रामगढ़, मुक्तेश्वर और अन्य पहाड़ी इलाकों में मकान बनाने का काम कर रहा है. इन घरों को सामुदायिक पर्यटन के रूप में बनाया जाएगा और इससे गांवों में अर्थव्यवस्था को मदद मिलेगी और पलायन रुकेगा।

यदि आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी पसंद आयी हो तो इसे  , अपने मित्रों के साथ जरूर शेयर करें ।

 

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

दून की शैफाली ने होम डेकॉर को दिया नया रूप , देखकर बन जायगा आपका दिन उत्तराखंड के इस अद्भुत मंदिर में पातालमुखी हैं शिवलिंग,यही माता सती ने त्यागे थे प्राण इस मतलबी दुनिया में ये बैंक भर रहा है भूखे,असहाय लोगों का पेट , हल्दवानी के इस बैंक को आप भी कीजिये सलाम सिलबट्टे को पहाड़ी महिलाओं ने बनाया स्वरोजगार , दिया खाने में देशी स्वाद का तड़का श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा है सिखों का तीसरा सबसे पवित्र तीर्थ स्थल, जानिए क्या इसकी खासियत