उत्तराखंड में यहाँ बनाने जा रहा है नए जोशीमठ , पुराने जोशीमठ के 125 परिवारों को बसाया जाएगा सबसे पहले
|

उत्तराखंड में यहाँ बनने जा रहा है नया जोशीमठ , पुराने जोशीमठ के 125 परिवारों को बसाया जाएगा सबसे पहले

जोशीमठ इस समय बहुत बड़े संकटसे जूझ रहा है . इसी बीच जोशीमठ के लोगों के लिए एक खुशखबरी सामने आ रही है . यहाँ पर कई परिवारों के ऊपर सर की छत का भी सकत आ गया है ।  जिसके बाद राज्य सरकार की ओर से जोशीमठ में  आपदा प्रभावित लोगों को पुनर्वासित करने की नए जोशीमठ  के लिए जमीन के चयन का कार्य पूरा कर लिया गया है .

प्राप्त जानकारी के अनुसार जोशीमठ  से कुछ किलोमीटर की दूरी पर इस जमीन को फाइनल किया गया है । जहाँ पर जोशीमठ आपदा में प्रभावित परिवारों को इस जहाँ पर बसाया  जाएगा ।जल्दी ही इस नयी भूमि के निरिक्षण का कार्य भी पूरा कर लिया  जाएगा . जानकारी के अनुसार  सीबीआरआई की ओर से भूमि का विकास और भवनों के लेआउट बनाने का काम किया जाएगा।

जोशीमठ से 36 km  की दूरी पर बसाया जिएगा नया जोशीमठ 

प्राप्त जानकारी के अनुसार जोशीमठ  से लगभग 36 किलीमीटर की दूरी पर पीपलकोटी  नाम के जगह पर नए जोशीमठ को बसाया जाएगा। जिससे  आपदा प्रभावितों परिवारों को स्थाई समाधान मिलेगा . और यहाँ जोशीमठ में रहने वालों लोगों की सबसे बड़ी समस्या का समाधान हो जाएगा .

उत्तराखंड में यहाँ बनाने जा रहा है नए जोशीमठ , पुराने जोशीमठ के 125 परिवारों को बसाया जाइएगा सबसे पहले

 

आपको बता दें उत्तराखंड के चमोली  जिले के प्रशासन द्वारा जीएसआई की ओर से किए गए भूमि निरिक्षण के बाद पीपलकोटी नए जोशीमठ के लिए चुना गया है  . पीपलकोटी में 2 हेक्टेयर भूमि का चयन किया जा चूका  है। जमीन के चयन के बाद  सीबीआरआई की ओर से भूमि का विकास और भवनों के लेआउट बनाने का काम किया जाएगा।

125  परिवारों को किया जायगा पुनर्वासित  

प्राप्त जानकारी के पीपलकोटी में  करीब 2 हेक्टेयर क्षेत्रफल में 125 से 130 परिवारों को जोशीमठ से हटा कर बसाया जाएगा। आपदा से प्रभावित परिवारों को यहां पक्के मकान दिए जायगे . जानकारी के अनुसार जो लोग अपने आप घरों को बनवाना चाहते हैं उन्हें वहां पर मुआवजा देकर घर बनाना का ऑप्शन भी दिया जाएगा ।

उत्तराखंड में यहाँ बनाने जा रहा है नए जोशीमठ , पुराने जोशीमठ के 125 परिवारों को बसाया जाएगा सबसे पहले

आपको बता दें जीएसआई दवार दी गयी  रिपोर्ट में पीपलकोटी की भूमि को स्थाई विस्थापन के लिए उपयुक्त पाया है। जोशीमठ क्षेत्र के लोगों द्वारा भी सरकार के इस विकप्ल का समर्थन किया गया है ।  पीपलकोटी की भूमि लोगों को पसंद भी आई है। पीपलकोटी के अलावा भी तीन अन्य स्थानों पर स्थाई विस्थापन के लिए भूमि का चयन किया गया है । इस चुने हुए स्थानों में  कोटी फार्म एचआरडीआई की भूमि और ढाक गांव में स्थित भूमि को शामिल किया गया है । जोशीमठ आपदा से प्रभावित  परिवारों को इस फैसे से एक नयी उम्मीद मिली है ।

 

उत्तराखंड की सभी रोचक व् नयी जानकारी के लिए ई- देवभूमि के WHATSAPP GROUP से जुडिए Whatsapp, logo Icon in Social Media
उत्तराखंड की सभी रोचक व् नयी जानकारी के लिए ई- देवभूमि के TELEGRAM GROUP से जुडिए Telegram icon - Free download on Iconfinder

Similar Posts