उत्तराखंड सरकार मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षाओं में 1 या 2 विषयों में उत्तीर्ण नहीं होने वाले छात्रों को अपने ग्रेड में सुधार करने का मौका देने पर विचार कर रही है। उत्तराखंड बोर्ड इन छात्रों के लिए बैक पेपर की सुविधा उपलब्ध कराएगा।
बैक पेपर परीक्षा केवल उन 2 विषयों के लिए उपलब्ध होगी जिनमें वे पास नहीं हुए हैं। बुधवार को कैबिनेट की बैठक के दौरान शिक्षा विभाग के प्रस्ताव को सरकार की मंजूरी मिल सकती है। इस साल, 48,000 से अधिक छात्रों ने बोर्ड परीक्षा पास नहीं की।
दरअसल सीबीएसई की मिसाल पर चलते हुए उत्तराखंड बोर्ड अपने बोर्ड के छात्रों को एक अतिरिक्त अवसर देने पर विचार कर रहा है। इससे वे एक शैक्षणिक वर्ष दोहराने से बच सकेंगे।
वर्तमान में, बोर्ड दो विषयों में असफल होने वाले छात्रों को आठ अंकों की छूट देता है। हालांकि, फेल होने पर दोबारा परीक्षा देने का मौका देने की तैयारी की जा रही है।