प्रदीप सिंह डसीला ने अपने करियर की शुरुआत बैंगलोर में कॉर्पोरेट कंपनियों के साथ की, कुछ साल काम करने के बाद उन्होंने बैंगलोर में ही एक पर्यटन कंपनी शुरू की जो बहुत सफल रही। जब वे कोविड के दौरान डीडीहाट, पिथौरागढ़ आए तो उनके पास उत्तराखंड में स्टार्टअप के बारे में सोचने के लिए काफी समय मिल गया।
उन्होंने सोचा कि यहां एक ऐसा स्टार्टअप खोलने की जरूरत है, जिससे आने वाले सैलानी बिना किसी परेशानी के उत्तराखंड की खूबसूरती का आनंद ले सकें .
कई विचारों पर काम करने के बाद, उन्होंने अंततः उत्तराखंड के परिवहन को डिजिटल बनाने और सुधारने के बारे में सोचा। उन्होंने महसूस किया कि उत्तराखंड में पर्यटन की काफी संभावनाएं हैं और हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक उत्तराखंड घूमने आते हैं।
पर्यटकों के लिए होटल के साथ-साथ एक अच्छी परिवहन व्यवस्था भी जरूरी है। जिससे आम जनता के साथ-साथ पर्यटकों को भी इससे सुविधा मिलेगी। इसी सोच के साथ ऑनलाइन टैक्सी स्टैंड की शुरुआत हुई।
उन्होंने दिसंबर में उत्तराखंड में ऑनलाइन टैक्सी स्टैंड नाम से एक वेबसाइट और ऐप लॉन्च किया।यह प्लेटफॉर्म उत्तराखंड के हर गांव, कस्बे और शहर की टैक्सियों को मुफ्त में ऑनलाइन टैक्सी स्टैंड से जोड़ता है,जिससे यात्रियों और पर्यटकों को टैक्सी ढूंढने में आसानी होती है
। इससे ड्राइवर भाइयों का व्यवसाय भी बढ़ता है, क्योंकि वे अब ऑनलाइन टैक्सी स्टैंड के माध्यम से अपनी टैक्सी की उपलब्धता दिखा सकते हैं।
यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसमें टैक्सी चालक अपनी उपलब्धता स्वयं दर्ज करा सकते हैं, और उनका उद्देश्य उत्तराखंड की टैक्सियों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जोड़ना है, ताकि हमारे टैक्सी व्यापारी आत्मनिर्भर और डिजिटल युग का लाभ उठा सकें और दूर-दराज के गांवों में भी इसका लाभ मिल सके।
टैक्सी सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उन्होंने ऑनलाइन टैक्सी स्टैंड की शुरुआत की, जिसमें वे अपने साथ अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं.
आज हर दिन हजारों यात्री ऑनलाइन टैक्सी स्टैंड के माध्यम से अपने गांव और शहर जाने के लिए ऑनलाइन टैक्सी स्टैंड में टैक्सी ढूंढ रहे हैं और इससे यात्रियों के साथ-साथ टैक्सी व्यापारियों को भी फायदा मिल रहा है।