Join Group☝️

उत्तराखंडप्रसिद्ध व्यक्तित्व

देवभूमि के पौड़ी गढ़वाल के रक्षित ने हासिल किया भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट का पद , पिता चलाते हैं छोटा सा मेडिकल स्टोर

शनिवार को चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी में पासिंग आउट परेड हुई, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से 188 जांबाज सेना में शामिल हुए। इनमें उत्तराखंड के 17 कैडेट भी शामिल थे, जिन्होंने अपनी लगन और प्रतिबद्धता से न केवल अपने सपनों को साकार किया है, बल्कि अपने पूरे राज्य का गौरव बढ़ाया है।

गौरतलब है कि पौड़ी गढ़वाल जिले के रहने वाले रक्षित रौतेला प्रदेश के होनहार युवाओं में से एक हैं।एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाले रक्षित की इस उल्लेखनीय उपलब्धि से उनके घर में अब जश्न का माहौल है और ढेर सारे शुभचिंतक उन्हें बधाई देने पहुंचे हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार  पौड़ी गढ़वाल जिले के जयहरीखाल विकासखंड के सकमुंडा मल्ला गांव के रहने वाले रक्षित रौतेला ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट का पद हासिल किया है.

The opportunity to become an officer in the army 12th can also apply - थल  सेना में ऑफिसर बनने का मौका, बारहवीं पास भी कर सकते हैं आवेदन 1

बिना किसी कोचिंग के सेल्फ स्टडी से सीडीएस की परीक्षा पास करने वाले रक्षित ने अपनी प्राथमिक शिक्षा गांव के स्कूल से प्राप्त की,  उन्होंने अपनी इंटरमीडिएट की शिक्षा सैनिक स्कूल लैंसडाउन से पूरी की और दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री के साथ आत्माराम कॉलेज, दिल्ली से बीएससी किया।

इसके बाद रक्षित को मुंबई की एक लॉ फर्म में 7 लाख के पैकेज पर नौकरी की पेशकश की गई । लेकिन  रक्षित ने सेना में शामिल होकर अपने देश की सेवा करने के अपने आजीवन सपने को आगे बढ़ाने का फैसला किया।

IMA Passing Out Parade : आईएमए से पास होकर भारतीय सेना को मिले 314 नए यंग  अफसर, बन गया इतिहास | Indian Military Academy Dehradun 314 cadets passed out  became officers country army - Hindi Oneindia

रक्षित अपनी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए अपने माता-पिता, शिक्षकों और खुद की कड़ी मेहनत और समर्पण का आभारी है। उनके पिता गजेंद्र रौतेला जयहरीखाल में एक मेडिकल स्टोर चलाते हैं, जबकि उनकी मां लक्ष्मी रौतेला एक कुशल गृहिणी हैं।

Advertisement
Back to top button
दून की शैफाली ने होम डेकॉर को दिया नया रूप , देखकर बन जायगा आपका दिन उत्तराखंड के इस अद्भुत मंदिर में पातालमुखी हैं शिवलिंग,यही माता सती ने त्यागे थे प्राण इस मतलबी दुनिया में ये बैंक भर रहा है भूखे,असहाय लोगों का पेट , हल्दवानी के इस बैंक को आप भी कीजिये सलाम सिलबट्टे को पहाड़ी महिलाओं ने बनाया स्वरोजगार , दिया खाने में देशी स्वाद का तड़का श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा है सिखों का तीसरा सबसे पवित्र तीर्थ स्थल, जानिए क्या इसकी खासियत