देवभूमि की इस छात्रा छोटी सी उम्र में हासिल किया बड़ा मुकाम , खुद के बिज़नेस के कमा रही हैं लाखो रूपए
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देवभूमि की इस 12 वीं छात्रा ने छोटी सी उम्र में हासिल किया बड़ा मुकाम , खुद के बिज़नेस से कमा रही हैं लाखो रूपए

उत्तराखंड के युवाओं में मेहनत करने का ज़ज़्बा कूट कूट कर भरा है । कहते है सफलता और कामयाबी उम्र की मोहताज नहीं होती है । इस बात को  उत्तराखंड की एक 12 वीं  छात्रा ने सच करके दिखाया है। इस छात्रा ने छोटी सी उम्र में वो मुकाम हासिल किया जो बड़े बड़े नहीं कर पाते हैं ।

हम बात कर रहे हैं देहरादून की  प्रिंसी वर्मा की अपनी मेहनत के दम पर न केवल खुद केलिए बल्कि अन्य कई लोगों  के लिए रोजगार के रास्ते खोले हैं । प्रिन्सी ने स्वरोजगार को अपनाकर घर पर ही सेनेटरी नैपकिन बनाने की यूनिट शुरु की है ।

Class 12 Student Started Sanitary Napkin Unit Raised Business Of One Lakh Rupees A Month Uttarakhand News - जज्बा: घर में शुरू की सेनेटरी नैपकिन यूनिट और खड़ा कर दिया कारोबार, पढ़ें

खुद शुरू किया सेनेटरी नैपकिन का प्लांट

आपको बता दें प्रिंसी वर्मा  देहरादून के विकासनगर क्षेत्र के सेलाकुई के चोई बस्ती निवासी  हैं । प्रिंसी ने बताया  कि अपना खुद का ये काम करने  की राह उनके लिए बहुत मुश्किल रही । शुरुआत में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा  ।

CalanceSkills (@CalanceSkills) / Twitter

स्वरोजगार को शुरू करने के लिए लोन के लिए अप्लाई किया पहली बार में उनका लोन पास नहीं हो सका लेकिन प्रिंसी ने हिम्मत न हारते हुए दोबारा से लोन के लिए अप्लाई किया तथा दूसरी बार में उनका लोन पास हो गया जिसके बाद प्रिंसी ने घर पर ही सेनेटरी नैपकिन बनाने का कार्य शुरू किया।

Video:देहरादून में 12वीं की छात्रा प्रिंसी ने अपनाई स्वरोजगार की राह, खड़ा कर दिया लाखों का कारोबार - Dehradun Video: 12 Class Student Start Sanitary Napkin Business - Amar Ujala ...
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हरबर्टपुर के राजकीय इंटर कॉलेज में कक्षा 12 की छात्रा प्रिंसी वर्मा आम लड़कियों की तरह सेलाकुई स्थित प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र पर ब्यूटीशियन का कोर्स करने के लिए गई थी।

खाली समय में वह उद्यमिता विकास कार्यक्रम की कक्षा में बैठकर स्वरोजगार के बारे में बताई जाने वाली बातों को ध्यान से सुनती रहती थी। यहीं से उसके मन में अपना कारोबार शुरू करने की इच्छा जागी।

सेनेटरी नैपकिन

 

अन्य युवाओं के लिए भी बनी प्रेरणास्रोत

आपको बता दें कि देहरादून की प्रिंसी ने सैनिटरी नैपकिन बनाकर खुद ही इसकी मार्केटिंग भी शुरू की है । जिससे उन्हें अपने  सेनेटरी पैड मार्किट में बेचने के लिए लाभ मिला ।  प्रिंसी अपने इस सेनेटरी पैड के इस रोजगार को बड़ा ब्रांड बनाना चाहती हैं।

Bokaro Steel Limited (BSL) - Bokaro Steel makes sanitary pads for rural women - Telegraph India

प्रिंसी वर्मा ने  इतनी कम उम्र में स्वरोजगार की राह को अपनाकर अन्य लोगों को भी प्रेरित किया है।

A 21-year-old Uttarakhand woman who runs a sanitary napkin manufacturing unit- The New Indian Express

उनके साथ इस स्वरोजगार को कई लोगों ने अपनाया जिससे  अन्य लोगों को भी रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं। नैपकिन बनाने, पैकिंग व मार्केटिंग में 11 लोगों को रोजगार भी उपलब्ध करा रही है।

 

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