The voice of Upreti Sister created a stir in 'G-20'
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जी-20 समिट में छाया उत्तराखंड की उप्रेती सिस्टर का जादू, विदेशी मेहमानों को अपनी आवाज से किया मंत्रमुग्ध  

दिल्ली में हुए जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान दुनिया भारत के असाधारण आतिथ्य का प्रत्यक्ष गवाह बनी।  भारत में आयोजित हुए इस भव्य समारोह में उत्तराखंड में भी अपनी भूमिका बहुत अच्छी तरह से निभाई।  आपको बता दें उत्तराखंड की ओर से प्रगति मैदान में हुए “G-20 हस्तशिल्प बाजार” में विभिन्न प्रकार के हस्तशिल्प व प्राकृतिक चीजों से बनाई गई सुंदर आकृतियों वाह सामानों की प्रदर्शनी लगाई गई।जिसकी तारीफ पूरे देश समेत विदेशी मेहमानों ने भी जमकर की।

इसके साथ ही उत्तराखंड की स्वरागिनी के नाम से जाने जाने वाली ‘उप्रेती सिस्टर’  के गायन ने  पूरे जी20 सम्मेलन में समा बांध दिया।  आपको बता दें  उत्तराखंड की ‘उप्रेती सिस्टर’ के नाम से मशहूर गायिका जोड़ी ने झोड़ नामक एक सुंदर पारंपरिक गीत के मंत्रमुग्ध प्रदर्शन से विदेशी मेहमानों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

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दिल्ली एयरपोर्ट पर गूंजी उपरेती सिस्टर की आवाज

उप्रेती सिस्टर’  की सुरीली आवाज़ें इंदिरा गांधी हवाई अड्डे के पूरे हॉल में गूंज उठीं, जिसने उपस्थित सभी लोगों पर एक अमिट छाप छोड़ी। उत्तराखंड की इन प्रतिभाशाली बेटियों के मनमोहक प्रदर्शन ने इंटरनेट पर वायरल हो रही हैं, क्योंकि उनकी मनमोहक प्रस्तुति का वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर काफी लोकप्रियता हासिल कर रहा है।

उत्तराखंड के रहने वाले नीरज उप्रेती और ज्योति उप्रेती को प्यार से ‘पहाड़ की स्वरागिनी‘ कहा जाता है। काफी कम समय में उत्तराखंड की उप्रेती बहनों ने अपनी प्रतिभा के चलते सफलता हासिल की है। उनके गाए हुए पहाड़ी गीत अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं।

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कोरोना टाइम में अपने गायन से भरी ऊर्जा

इसके अतिरिक्त, उन्हें टेलीविज़न गायन रियलिटी शो में भाग लेने का मौका मिला है। उनका प्रयास मुख्य रूप से अपने संगीत के माध्यम से लोक भाषा को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।

हम आपको बताना चाहेंगे कि ज्योति उप्रेती ने ऑल इंडिया रेडियो में एक कलाकार के रूप में काम किया है, जबकि नीरज उप्रेती ने एक फिजियोथेरेपिस्ट के रूप में कार्य कर चुकी हैं।

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कोरोना वायरस के कारण हालिया लॉकडाउन के बीच, दोनों बहनों ने सकारात्मक ऊर्जा को प्रसारित करने के साधन के रूप में संगीत को अपनाने का फैसला किया। जिसके बाद उन्हें प्रसिद्धि मिलने लगी और आज उनकी गायन प्रतिभा देश-विदेश में देवभूमि का नाम ऊंचा कर रही है।

हम ई-देवभूमि की टीम की तरफ से उत्तराखंड की ‘उप्रेती सिस्टर’  की प्रतिभा को सलाम करते हैं व उनके  उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं

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