- उत्तराखण्ड के परिवहन विभाग RTO ऑफिस की तरफ हर साल गाडी के वीआईपी नंबरों की नीलामी कराई जाती है और नए नंबर की सीरीज जारी किये जाते हैं । आपको बता दे राजधानी देहरादून के लोग महंगी गाड़ियां खरीदने के साथ साथ वीआईपी नंबर लेने का भी शौक रखते है।
यह बात इसी से पता चलती है की पहले की अपेक्षा इस बार गाड़ियों के वीआईपी नम्बरों की नीलामी बहुत अधिक पैसों में हुई । उत्तराखंड अलग राज्य बनने के बाद 22 सालों में पहली बार वीआईपी नंबर की नीलामी ने नया रिकॉर्ड कायम किया है।
0001 और 0007 के लिए सबसे ऊंची नीलामी
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में परिवहन विभाग की ओर से की गयी नीलामी में 0001 से 0009 तक के वीआईपी नंबरों की नीलामी की गई थी । जिसमे 0001 व् 0007 के लिए सबसे अधिक बोली लगाई गयी ।

परिवहन विभाग पर वीआईपी नंबर 0001 के लिए 7 लाख 66 हजार रुपये की बोली लगाई गई है। जो कि अब तक की सबसे ऊंची नीलामी बोली बताई जा रही है।
वहीं वीआईपी नंबर 0007 के लिए एक लाख 11 हजार रुपये की बोली लगाई गई है। 0001 वीआईपी नंबर की न्यूनतम कीमत एक लाख रुपये रखी गयी थी।
सहारनपुर की कंपनी ने लगाई रिकॉर्ड बोली
आरटीओ कार्यालय के द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार नीलामी बोली में 7.66 लाख रुपये में 0001 नंबर को अपने नाम करने वाली कंपनी सहारनपुर की है । जो की सहारनपुर की आर्ट एंड एंटीक्स इंटरनेशनल के नाम पर दर्ज है।

अन्य नम्बरों के लिए नीलामी बोली इस प्रकार है –
0007 नंबर- 1 लाख 11 हजार रूपए में , 0005-70 हजार रूपए में, 0009-63 हजार रूपए में, 0002-55 हजार रूपए में , 0008- 39 हजार, 0004-26 हजार, 0003 – 25 हजार, 7777 -32 हजार, 0099-22 हजार रूपए में नीलाम हुई है।
अब ऑनलाइन लगती है बोली
पहले वीआईपी नंबर मैनुअली आवंटित कर दिए जाते थे। लेकिन पिछले तीन सालों से वीआईपी नंबर लेने की प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया गया है । अब ऑनलाइन बोली के आधार पर नंबर आवंटित करे जाते हैं । ऑनलाइन बोली से नंबरों के आवंटन से न सिर्फ नीलामी में अधिक से अधिक वाहन स्वामी हिस्सा लेते हैं, बल्कि परिवहन विभाग की आय में साल दर साल इजाफा हो रहा है.
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