Waste Management in Nainital
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Waste Management in Nainital: नैनीताल में अब कचरे की समस्या ऐसे होगी ख़तम, ऐसे बदला जाएगा प्लास्टिक को ग्राफीन में

Waste Management in Nainital: पर्यटन स्थलों में कूड़ा और उसका निस्तारण आज के समय में एक बड़ी समस्या बन गया है ।  इस कूड़े में जो पदार्थ सबसे ज्यादा हानिकारक है वो है प्लास्टिक।  यह मिटटी को , जल को  व अन्य कई प्रदुषण की वजह बन गया है.

नैनीताल में भी कूड़े में प्लास्टिक की समस्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है ।  इसलिए प्लास्टिक का निस्तारण होना आज की सबसे बड़ी चुनौती बन गयी है। इसलिए  नैनीताल में एक वेस्ट रिसाइकिलिंग प्लांट बनाया जा रहा है। यह उत्तराखंड का पहला प्लांट होगा जो प्लास्टिक को ग्राफीन में बदलेगा। Waste Management in Nainital

The benefits of waste management for business - Recycle Track Systems

उत्तराखंड का पहला रिसाइकिलिंग प्लांट

नगर पालिका और नैनीताल डीएसबी परिसर के केमिस्ट्री विभाग के अंतर्गत संचालित राजेंद्र सिंह नैनो साइंस एंड टेक्नोलॉजी सेंटर की तरफ ने कूड़े को डिस्पोज करने की समस्या को लेकर वर्ष 2019 में एक अमृतम प्रोजेक्ट बनाया  था.

उत्तराखंड का पहला रिसाइकिलिंग प्लांट
उत्तराखंड का पहला रिसाइकिलिंग प्लांट

इस प्रोजेक्ट में अजैविक कूड़ा खास कर प्लास्टिक को रीसाइकिल कर ग्राफीन और अन्य कई बहुपयोगी पदार्थ बनाए जायगे ।  इस प्रोजेक्ट को जीबी पंत नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हिमालयन एनवायरनमेंट के राष्ट्रीय हिमालय मिशन के के द्वारा लगभग 5 करोड़ की लागत बनाया जायगा । Waste Management in Nainital

Waste Recycling Plants

नैनीताल में होगा प्रदूषण रहित

नैनीताल में कुमाऊं विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ। एनजी साहू के अनुसार   प्लास्टिक को ग्राफीन में बदलने से एक तरफ प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण को रोका जा  सकता है . इसके अलावा ग्राफीन और कई तरह से इस्तेमाल में लाया जा सकता है। Waste Management in Nainital

नैनीताल में होगा प्रदूषण रहित 
नैनीताल में होगा प्रदूषण रहित

ग्राफीन की कंडक्टिविटी काफी  ज्यादा होती है. जिस कारण से इसे विद्युत उपकरण में इस्तेमाल में लाया जा सकता है. इसके अतिरिक्त इसे कंक्रीट में मिलाने से मजबूती भी ज्यादा बढ़ती है जिस कारण  से यह सड़क निर्माण में मजबूती प्रदान कर सकता है. Waste Management in Nainital

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