Polyhouse farming in Uttarakhand
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Polyhouse farming in Uttarakhand: धामी सरकार ने राज्य के किसानों को दिया तोहफा , मिलेगा 304 करोड़ रूपए की पॉलीहाउस क्लस्टर की योजना का फायदा

Polyhouse farming in Uttarakhand: उत्तराखंड में नित नए नए योजनाओं के माध्यम से  विकास की राहें खोली जा रही हैं। जहाँ राज्य में हकै किसान हर्बल खेती का प्रयोग करके अच्छा मिनाफा कमा रहे हैं वही राज्य सरकार भी किसानों के लिए खेती से जुडी नयी नयी तकनीकों को  विकसित कर के राज्य की  खेती वाड़ी को अग्रणी उद्यमों में शामिल करने का प्रयास कर रही हैं ।

राज्य  सरकार ने राज्य की पहाड़ी इलाकों खेती को  रोजगार के रूप में सृजित करने में मदद करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत सरकार की योजना एक लाख से अधिक किसानों को पॉलीहाउस के माध्यम से रोजगार देने की है।

हाल ही में धामी सरकार ने इस योजना को लागू करने के लिए 304 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी थी।मुख्यमंत्री धामी राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं. इसी कड़ी में राज्य सरकार ने पॉली हाउस को लेकर बड़ा फैसला किया है. Polyhouse farming in Uttarakhand

उन्होंने विभिन्न सार्वजनिक मंचों के माध्यम से भी अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है कि हिमाचल प्रदेश  की तरह  ही उत्तराखंड  के पहाड़ी इलाकों में खेती और बागवानी रोजगार का एक स्रोत होना चाहिए। Polyhouse farming in Uttarakhand

इस योजना में  राज्य में क्लस्टर आधारित छोटे पॉलीहाउस (नेचुरली वेंटिलेटेड) में सब्जियां और फूल लगाने का फैसला किया गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन भी कम होगा। वहीं, सब्जियों के उत्पादन में 15 फीसदी और फूलों के उत्पादन में 25 फीसदी की बढ़ोतरी होगी। Polyhouse farming in Uttarakhand

नाबार्ड योजनान्तर्गत राज्य मंत्रिपरिषद द्वारा 17648 लघु गृहों की स्थापना हेतु 304 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गयी है, जिनमें से प्रत्येक गृहों के समूह पर आधारित होगा, जिसमें 70 प्रतिशत अनुदान किसानों को दिया जायेगा.

पॉलीहाउस क्लस्टर योजना के द्वारा अनेक किसानों को खेती  के के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष साधन प्राप्त होंगे, जिससे उन्हें अधिक धन कमाने और अपनी सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार करने में मदद मिलेगी। Polyhouse farming in Uttarakhand

 

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