Bird watching in nainital
| |

अगर आप भी हैं पक्षियों की खूबसूरती को निहारने के शौकीन, तो पहुंच जाइए नैनीताल, यहां दुर्लभ पक्षियों का नजारा देखकर खुश हो जाएंगी आंखें

नैनीताल अपनी आश्चर्यजनक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। इसमें पक्षियों की अविश्वसनीय विविधता भी है। इन अद्भुत प्राणियों की तस्वीरें खींचने के लिए देश भर से और यहां तक ​​कि विदेशों से भी लोग यहां आते हैं।

हर साल हजारों पक्षी प्रेमी इन गांवों में आते हैं। नैनीताल अपनी झील के लिए प्रसिद्ध है और यहां पक्षियों का सुंदर दृश्य भी है। पर्यटकों सहित हर जगह से लोग अद्भुत पक्षियों की तस्वीरें खींचने के लिए यहां आना पसंद करते हैं। हर साल, चार हजार से अधिक पक्षी प्रेमी इन गांवों में आते हैं।

Birding in the Highlands of Central India

प्रसिद्ध है यहां की वर्ड वाचिंग

पद्मश्री और प्रसिद्ध फ़ोटोग्राफ़र अनूप साह का मानना ​​है कि नैनीताल में पंगुट, सातताल और चांफ़ी के जंगल पक्षी प्रेमियों के लिए पसंदीदा स्थान हैं। ये स्थान गर्मी और सर्दी दोनों के दौरान विभिन्न प्रकार के प्रवासी पक्षियों को आकर्षित करते हैं। साह के अनुसार, जीवंत पक्षी जगत की तस्वीरें खींचना रोमांच का एक बिल्कुल नया स्तर है।

पक्षी पर्यटन विशेषज्ञ डॉ. आशीष बिष्ट के अनुसार, पक्षी प्रेमियों को सातताल का जंगल बेहद पसंद है। उन्होंने उल्लेख किया कि न केवल भारत के लोग, बल्कि कतर, ओमान, भूटान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, ब्रिटेन, इज़राइल आदि देशों के पक्षी प्रेमी भी सातताल, पंगुट और चान्फी जैसे स्थानों पर आते हैं। डॉ. बिष्ट ने यह भी सुझाव दिया कि सरकार को बर्ड वॉचिंग को पर्यटन से जोड़ना चाहिए।

बर्ड वाचिंग के लिए सबसे सुनहरा अफसर

पक्षी विशेषज्ञ डॉ. आशीष बिष्ट के मुताबिक बर्ड वॉचिंग का सबसे अच्छा समय अप्रैल से जून और अक्टूबर से जनवरी है। जब तराई क्षेत्र में बहुत अधिक गर्मी या ठंड होती है, तो पक्षियों की विभिन्न प्रजातियाँ सातताल से पंगुट की ओर प्रवास करती हैं। सत्तल, पंगुट और चाम्फी के जंगल विभिन्न प्रकार के पेड़ों जैसे उटिस, पदम, तिमिल और बंज के साथ-साथ बैरी और किल्मोरा जैसी झाड़ियों का घर हैं।

कहां करें बर्ड वाचिंग


सातताल: यूरेशियन वुड कॉक, रूफस ब्लडेड नेल्टावा, रूफस पार्ट्रिज, ग्रीन मैगपाई, लॉन्गटेल ब्लडबिल, सिथ्रस, ब्राउन फिश आउल, ब्राउन वुड आउल, खलीज फिजेंट, रेड जंगल फाउल और एशियन पैराडाइज फ्लाईकैचर जैसी विभिन्न पक्षी प्रजातियां सातताल में देखी जा सकती हैं। जो नैनीताल से लगभग 23 किमी दूर स्थित है।

पंगूट : पक्षी प्रेमियों को पंगुट में चीड़ तीतर और कोकलाज को देखने का अवसर मिलता है, जो नैनीताल से लगभग 15 किलोमीटर दूर स्थित है।
चांफी : खुटानी-लोहाघाट रोड पर स्थित, नैनीताल से लगभग 24 किलोमीटर दूर, चान्फ़ी विभिन्न पक्षी प्रजातियों जैसे ब्राउन डिपर और लिटिल स्पॉटेड उल्लू को देखने का अवसर प्रदान करता है।

Similar Posts