देश की सबसे तेज चलने वाली वन्दे भारत एक्सप्रेस ट्रेन ने हाल ही में गढ़वाल मंडल में देहरादून से परिचालन शुरू किया है, जिससे यात्रियों के लिए यात्रा अनुभव काफी सुविधाजनक हो गया है। देहरादून से दिल्ली के बीच चलने वाली यह ट्रेन यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
इसके साथ ही कुमाऊं के लोग भी अपने क्षेत्र में वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन शुरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन आपको बता दें काठगोदाम में शंटिंग लाइन टूटी होने के कारण हाल फिलहाल में वन्दे भारत एक्सप्रेस सेवा शुरू होने पर संशय बना हुआ है ।
गढ़वाल के बाद कुमायूं में भी शुरू होना था सञ्चालन
कुछ समय पहले सरकार ने काठगोदाम से ट्रेन चलाने के लिए सर्वेक्षण किया किया था।जिसके बाद रेलवे अधिकारियों ने देहरादून और काठगोदाम में एक साथ ट्रेनें चलाने की योजना बनाई थी, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को करना था । लेकिन काठगोदाम पहुंचने पर रेलवे टीम को पता चला कि शंटिंग लाइन टूटी हुई है।
शुरुआत में उम्मीद थी कि जून तक लाइन की मरम्मत हो जाएगी, जिससे उम्मीद जगी थी कि वंदे भारत एक्सप्रेस जून के अंत या जुलाई के पहले सप्ताह तक काठगोदाम से चल सकती है। परन्तु अभी तक शंटिंग लाइन की अभी तक मरम्मत नहीं की गई है।
2021 की बाढ़ में बाह गयी शंटिंग लाइन
आपको बता दें वर्ष 2021 को गौला नदी में आई बाढ़ आयी थी जिसके परिणामस्वरूप काठगोदाम में रेलवे की शंटिंग लाइन बह गई थी . दो माह पहले मरम्मत के लिए 15 करोड़ रुपये जारी होने और वन विभाग द्वारा जमीन जारी होने के बाद मरम्मत का काम नहीं हुआ । जिसकी वजह से अभी तक तक शंटिंग लाइन टूटी पड़ी है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शंटिंग लाइन टूटी होने के कारण मुरादाबाद-काठगोदाम के बीच चलने वाली दो पैसेंजर ट्रेनें फिलहाल लालकुआं से संचालित हो रही हैं। साथ ही, सोमवार, मंगलवार और गुरुवार को काठगोदाम के लिए चलने वाली देहरादून एक्सप्रेस हलद्वानी से चल रही है।
यहाँ लाइन की शंटिंग प्रक्रिया, जिसमें पहले 30 मिनट लगते थे, अब दो घंटे लगते हैं। अब फिलहाल के हालात को देखते अभी वंदे भारत ट्रेन का इंतज़ार और बढ़ता हुआ दिख रहा है । साथ साथ संभावित तौर पर ट्रेन का संचालन लालकुआं या रामनगर शिफ्ट करने की भी चर्चा चल रही है. हालांकि, इस मामले में अधिकारी फिलहाल कोई खास जानकारी देने से बच रहे हैं.