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बड़े-बुजुर्गों को पैथोलॉजी जांच के लिए नहीं काटने पड़ेंगे अस्पताल के चक्कर, घर पर ही मिलेगी सारी सुविधा, पूरी जानकारी

उत्तराखंड  में अब बुजुर्गों को मधुमेह जैसी रक्त संबंधी जांच के लिए अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने प्राधिकरण को इस संबंध में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये हैं।

राज्य सरकार द्वारा  आयुष्मान योजना कार्यक्रम के हिस्से के रूप में वरिष्ठ नागरिकों के घरों पर मानार्थ पैथोलॉजी परीक्षण सेवा प्रदान की जायगी । इस पहल से बुजुर्ग व्यक्तियों को मधुमेह सहित विभिन्न रक्त परीक्षणों के लिए अस्पताल जाने की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी।

स्वास्थ्य मंत्री ने दिया आदेश

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण को इस लाभकारी सेवा के क्रियान्वयन के लिए कार्ययोजना बनाकर प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये हैं।

 

अब तक कुल 54.76 लाख लाभार्थियों को आयुष्मान योजना के तहत पंजीकृत किया गया है। राज्य सरकार वर्तमान में इस पहल के हिस्से के रूप में 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए उनके घर पर ही मुफ्त पैथोलॉजी परीक्षण सेवाएं प्रदान करने पर काम कर रही है।

निशुल्क होगी पैथोलॉजी जांच

इसके अतिरिक्त, स्वास्थ्य विभाग की टीम बुजुर्गों की भलाई सुनिश्चित करने और उन्हें बहुमूल्य स्वास्थ्य सलाह प्रदान करने के लिए हर 15 दिनों में नियमित दौरा भी करेगी।

स्वास्थ्य मंत्री ने हाल ही में बुजुर्गों के लिए एक सुविधा के कार्यान्वयन पर चर्चा के लिए प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने निःशुल्क पैथोलॉजी सुविधा हेतु प्रस्ताव तैयार करने हेतु दिशा-निर्देश दिये। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार वर्तमान में सभी सरकारी अस्पतालों में 270 विभिन्न प्रकार की पैथोलॉजी जांच निःशुल्क कर रही है।

 

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