उत्तराखंड के नैनीताल की 5 वर्ष की नंदा ने रच दिया कीर्तिमान, 13,000 फुट की चंद्रशिला चोटी पर की चढ़ाई में पायी सफलता , माता-पिता हैं पर्वतारोही
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उत्तराखंड के नैनीताल की 5 वर्ष की नंदा ने रच दिया कीर्तिमान, 13,000 फुट की चंद्रशिला चोटी पर की चढ़ाई में पायी सफलता , माता-पिता हैं पर्वतारोही

पर्वतारोहण  एक ऐसा साहसिक कार्य है . जिसे काफी अनुभवी और जानकारों द्वारा किया जाता है . क्युकी पहाड़ों में मौसम कब परिवर्तित हो जाये इसकी अंदाजा लगाना काफी मुश्किल होता होता है .

लेकिन आज हम सिर्फ पांच साल की पर्वतारोही नंदा से मिलवा रहे हैं जिन्होंने हाल ही में  13000 फुट की चंद्रशिला चोटी फतह की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पर्वतारोही माता टुसि और पिता अनित के साथ उनकी 5 वर्षीय  बेटी नंदा देवी ने पांच पर्वतारोहण कर कीर्तिमान बना दिया है .

image credit to amar ujala

आपको बता दें नन्ही नंदा को पहाड़ों पर चढ़ने  और यहाँ पर नयी चीज़ों को सिखने की ललक  अपने माता पिता से मिली  है । उनके माता दोनों ही पर्वतारोही है . पिता का नाम अनित और पर्वतारोही मां टुसि  है।

नैनीताल के मल्लीताल बाजार की निवासी और भारतीय पर्वतारोहण महासंघ (आईएमएफ) की एक प्रतिष्ठित सदस्य टुसि ने ने जानकारी दी है , उनकी पुत्री  नंदा, जिन्होंने 13,000 फीट की ऊंचाई तक पहुंचने की उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की थी। और वह ऐसा करने वाली  भारत के पहली  बाल पर्वतारोही  हैं।

वर्तमान में,  Google या IMF में इस पद के लिए किसी ने भी आधिकारिक रूप से पंजीकरण नहीं कराया है। टुसि ने उल्लेख किया कि नंदा देवी 2019 में डोरिताल से पर्वतारोहण यात्रा के दौरान उनके साथ थीं, जब वह केवल डेढ़ वर्ष की थीं। इसके बाद, 2021 में, उन्हें उनके साथ यमुनोत्री जाने का मौका  मिला। 6 नवंबर 2017 को जन्मी नंदा फिलहाल पहली कक्षा की छात्रा है।

उनकी माता टुसि जब नंदा ने पहली बार हमारे  साथ उसका दौरा किया था तब गंगोत्री यात्रा के दौरान नंदा  आठ महीने की  थी । इसके अतिरिक्त, 2019 में, उसने लेह और लद्दाख का भी दौरा किया

पर्वतारोही नंदा ने अपने माता-पिता के सपनों को पूरा करने और पर्वतारोहण के शिखर को प्राप्त करने की इच्छा व्यक्त की। वह  अपने माता और पिता से पर्वतारोहण की बारीकियां अभी सिख रही हैं ।

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