उत्तराखंड में लगातार रुक रुक के बारिश का कहर जारी है। मौसम विभाग द्वारा की गई जानकारी के अनुसार आने वाले दिनों में पहाड़ों से लेकर मैदानों तक का मौसम बदल सकता है। मौसम विभाग ने राज्य के छह जिलों में भारी बारिश की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है.
पूर्वानुमानित मौसम स्थितियों से जुड़े संभावित खतरों के कारण लोगों से सावधानी बरतने का आग्रह किया जा रहा है। जिन जिलों में बारिश होने की संभावना है उनमें न सिर्फ राजधानी देहरादून बल्कि नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर, चमोली और पिथौरागढ़ भी शामिल हैं। इन क्षेत्रों में, बिजली और गरज के साथ तीव्र वर्षा की कई घटनाओं का अनुमान है।
मौसम विभाग अलर्ट
साथ ही अन्य जिलों में भी हल्की बारिश हो सकती है. मौसम पूर्वानुमान के अनुसार उत्तरकाशी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली, हरिद्वार और उधम सिंह नगर जिलों में भी बारिश होने की उम्मीद है।
राजमार्ग हुए बाधित
फिलहाल लगातार हो रही बारिश से पहाड़ी इलाकों में हालात काफी खराब हो गए हैं। बुधवार को बदरीनाथ हाईवे पर पागलनाला से जोरदार मलबा टकरा गया। जेसीबी की सहायता से अंततः राजमार्ग को साफ कर दिया गया, लेकिन मलबे के कारण वाहन फिसल गए, जिसके परिणामस्वरूप सड़क को सुचारू करने में लगभग ढाई घंटे की देरी हुई।
नतीजतन, स्थिति सुलझने तक कई लोग सड़कों पर फंसे रहे। इस क्षेत्र की दुर्दशा की विशेषता राजमार्ग के किनारे भारी मात्रा में मलबा और बड़ी चट्टानें जमा होना है। मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण प्रयासों को झटका लग रहा है।
बुधवार को भारी बारिश के कारण सेना का चिनूक हेलीकॉप्टर चंडीगढ़ से गौचर नहीं पहुंच सका, जिसके परिणामस्वरूप केदारनाथ के लिए उड़ान रोक दी गई। इस सीज़न में, चिनूक हेलीकॉप्टर 250 टन से अधिक निर्माण सामग्री को केदारनाथ तक पहुंचाने की योजना बना रहा है, जिससे क्षेत्र में निर्माण कार्य की प्रगति में काफी सुविधा होगी।