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कैंची धाम और नैना देवी में अब श्रद्धालुओं के लिए जारी हुआ ड्रेस कोड, फ़ोन पर पाबन्दी, नियम के उलंघन पर सख्त करवाई

नैनीताल – विश्व विख्यात नीम करोली बाबा के पावन कैंची धाम और नैनीताल के माँ नैना देवी के मंदिर में श्रद्धालुओं को अशोभनीय वस्त्र पहनकर प्रवेश नहीं करने दिया जायेगा और इसके साथ ही मंदिर के भीतर फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, मोबाइल के इस्तेमाल पर भी मंदिर समिति ने पाबन्दी लगा दी है ।

मंदिर में प्रवेश के लिए मर्यादित वस्त्र पहनकर आने पर ही प्रवेश करने दिया जाएगा, इसके लिए एक ड्रेस कोड भी लागू किया गया है जिसकी जानकारी के लिए मंदिर परिसर और उसके आसपास साइन बोर्ड लगाए गए हैं।

उत्तराखंड के कईं तीर्थ स्थलों  एवं मंदिरों में श्रद्धालुओं के अशोभनीय कपड़े पहन कर प्रवेश पर पाबंदी लगाई गई है। इसके चलते कैंची धाम और नैना देवी मंदिर में भी ये नियम लागू किये गए हैं। ये कदम श्रद्धालुओं को सामाजिक आदर्श और आध्यात्मिक संवाद की ओर प्रोत्साहित करेगा।

नीम करोली बाबा बीसवीं शताब्दी के महान संतो में से एक हैं, हनुमान जी के परम भक्त, हनुमान जी की उपासना कर उन्होंने कईं सिद्धियां प्राप्त की। और उनके भक्त विश्वभर में फैले हैं, बाबा को हनुमान का अवतार भी माना जाता है।भुवाली से 7 किलोमीटर दूर कैंची धाम आश्रम की स्थापना बाबा ने 1964 में की थी.

उत्तराखंड ही नहीं बाबा की महिमा पूरे देश और विदेशो तक है, बड़े बड़े बिजनेसमैन, जैसे एप्पल कंपनी से स्टीव जॉब्स,  फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बाबा के चमत्कारों के बारे में बताते हैं, उनका आश्रम में आकर किस तरह जीवन बदल गया और उन्होंने ऊंचाइयों को छुआ उसका वर्णन वो अक्सर अपने इंटरव्यूज में करते हैं।

सख्त करवाई का निर्णय

मंदिर के भीतर प्रवेश करने से पहले उससे साइलेंट मोड पर रखना होगा।  मोबाइल पर बातचीत और फोटो या वीडियो बनाने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है। इसका उलंघन करने पर उस व्यक्ति के खिलाफ मंदिर समिति सख्त करवाई कर सकती है।  खींचते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उत्तराखंड के विभिन्न मंदिरों, तीर्थ स्थलों पर श्रद्धालुओं के अशोभनीय वस्त्र पेहेन कर प्रवेश पर पाबंदी लगाई गई है।


श्रद्धालुओं को बाबा के दर्शन करने के लिए उचित मर्यादित वस्त्र पहन कर ही प्रवेश मिलेगा। ऐसे स्थलों पर अनुचित छोटे कपड़े, नाईट सूट, या फटी हुई जीन्स, इत्यादि तरह के कपड़े पहने लोगो को मंदिर में प्रवेश न करने का निर्णय लिया गया है।

इस नए कदम से कैंची धाम के प्रबंधन मंडल ने श्रद्धालुओं को साकारता और पवित्रता की ओर बढ़ने की दिशा दी है, आस्था से जुड़े इन् पवित्र  स्थानों पर यह सुनिश्चित करने का प्रयास है कि श्रद्धालु मंदिर के पावन वातावरण और शांति का महत्व समझें और उसे अपने आत्मा में स्थायित करें।

 

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