उत्तराखंड यातायात विभाग ने 15 अगस्त से यातायात नियमों का पालन ना करने वाले लोगों पर नकेल कसने की तैयारी कर ली है। 15 अगस्त से पूरे देश में यातायात नियमों को लागू करने के लिए एक सघन अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत फर्जी नंबर प्लेट चला कर गाड़ी चलाने वाले लोगों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
फर्जी नंबर प्लेट, नाबालिक ड्राइविंग, बिना हेलमेट के गाड़ी चलाना आदि सभी नियमों का सख्ती से पालन कराया जाएगा। तो यदि आप भी इनमें से किसी नियम का उल्लंघन करते हैं तो सतर्क हो जाइए क्योंकि अब इसके लिए वाहन चालक को भारी जुर्माना चुकाना पड़ सकता है।
15 अगस्त से चलाया जाएगा अभियान
यह अभियान 15 अगस्त से पूरे राज्य में चलाया जाएगा। इस दौरान नकली नंबर प्लेट का इस्तेमाल करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके अतिरिक्त, जो व्यक्ति बिना आईएसआई मार्क हेलमेट के या शराब के नशे में वाहन चलाते पाए जाएंगे, उन्हें भी गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
कम उम्र के व्यक्तियों द्वारा वाहन चलाने की समस्या का समाधान करके सुरक्षित यातायात व्यवस्था को बढ़ावा देने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। पिछले साल 84 मामलों में कार्रवाई हुई थी, जबकि इस साल 384 नाबालिगों को वाहन चलाने का खामियाजा भुगतना पड़ा है. गुरुवार को यातायात निदेशक मुख्तार मोहसिन ने राज्य के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों, अपर पुलिस अधीक्षकों, पुलिस उपाधीक्षकों और यातायात निरीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक की.
नियम तोड़ने वालों पर कसी जाएगी नकेल
यातायात नियमों का पालन नहीं करने वाले व्यक्तियों पर नकेल कसने के उद्देश्य से एक विशेष अभियान शुरू करने का निर्देश दिया गया।
इन नियमों पर सबसे अधिक लापरवाही फर्जी नंबर प्लेटों के रूप में सामने आए हैं। जिसमें चालान हो जाने पर वाहन के घर पर खड़े होने की बात कही गई थी . जिसका अर्थ है है कि फर्जी नंबर प्लेट से वाहन चलाए जा रहे हैं। इस जरूरी मुद्दे पर तत्काल कार्यवाही करते हुए यातायात पुलिस ने फर्जी नंबर प्लेट की जांच का सघन अभियान चलाया है।
इसके अतिरिक्त, यातायात निदेशक, मुख्तार मोहसिन ने राज्य में सड़क दुर्घटनाओं के प्राथमिक कारणों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि राज्य में 76 प्रतिशत दुर्घटनाएँ अत्यधिक गति और लापरवाही से गाड़ी चलाने के कारण हो रही हैं।
इसके अलावा, अतिरिक्त 8 प्रतिशत दुर्घटनाएँ गलत दिशा में गाड़ी चलाने के कारण होती हैं, जबकि 3 प्रतिशत दुर्घटनाएँ खतरनाक ओवरटेकिंग के कारण होती हैं।
यातायात नियमों के पालन को बढ़ावा देने के लिए 15 अगस्त से राज्य भर में एक व्यापक अभियान चलाया जाएगा। इस पहल के हिस्से के रूप में, सुचारू यातायात प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए सभी जिलों में जनसंपर्क विभाग (पीआरडी) के कर्मियों को तैनात किया जाएगा।