अब ‘राम कथा’ के साथ लीजिये 12 ज्योतिर्लिंगों की यात्रा का आनंद, ऋषिकेश से प्राम्भ हुई द्वादश ज्योतिर्लिंग ‘रामकथा यात्रा’ स्पेशल ट्रेन

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Twelve Jyotirlinga 'Ramkatha Yatra' special train started from Rishikesh

हाल ही में योग नगरीऋषिकेश से द्वादश ज्योतिर्लिंग ‘रामकथा यात्रा’ स्पेशल ट्रेन, जो आपको भारत के 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों के दर्शन की आध्यात्मिक यात्रा पर ले जाएगी,  शुरू की गई है।  इस आध्यात्मिक यात्रा के लिए कैलाश और चित्रकूट ट्रेनों को विशेष रूप दिया गया है। इस उद्देश्य के लिए कैलाश और चित्रकूट नामक दो ट्रेनों का चयन किया गया है।

कैलाश और चित्रकूट रखे गए हैं नाम

इन ट्रेनों को उनके अलग बाहरी डिज़ाइन के कारण दूर से ही आसानी से पहचाना जा सकता है। ट्रेन के डिब्बों को विनाइल स्टिकर्स से सजाया गया है, जो 12 ज्योतिर्लिंग मंदिर, जगन्नाथपुरी, द्वारका, तिरूपति बालाजी मंदिर और मोरारी बापू के गांव जैसे महत्वपूर्ण स्थलों को प्रदर्शित करते हैं।

1008 यात्रियों की क्षमता के साथ, यह ट्रेन जीवन में एक अद्भुत अनुभव के साथ देश के आध्यात्मिक स्थानों की यात्रा करवाने का आनंद प्रदान करती हैं।

यह भक्तों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की खोज करने के साथ-साथ ज्योतिर्लिंग मंदिरों की दिव्य  रूपता में डूबने, एक आत्मा-रोमांचक यात्रा पर जाने का अवसर मिलता है। उल्लेखनीय है कि इस पवित्र यात्रा को ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ अभियान में भी एकीकृत किया गया है, जिसका उद्देश्य भारत के विभिन्न क्षेत्रों के बीच एकता और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है।

मोरारी बापू ने दिखाई हरी झंडी

कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, मेयर अनिता ममगाईं और रेल प्रबंधक मुरादाबाद मंडल राजकुमार के साथ प्रसिद्ध कथावाचक मोरारी बापू ने ट्रेन का भव्य उद्घाटन किया। राम कथाओं के समर्पित कथावाचक मोरारी बापू ने कहा कि यह पवित्र अभियान भारत को एकजुट करने का एक अवसर है।

Ramkatha Yatra

ट्रेन की यात्रा शुरू होने से पहले, मोरारी बापू ने शनिवार को द्वादश ज्योतिर्लिंग में प्रतिष्ठित केदारनाथ धाम में  कथा  सुनाई। यह 18 दिवसीय कथा यात्रा 8 अगस्त को मोरारी बापू के गांव तलगाजर्डा में समाप्त होगी।

यह यात्रा कार्यक्रम इंदौर निवासी रूपेश व्यास, जो मोरारी बापू के अनुयायी और राम कथा के श्रोता हैं, के आदेश ट्रस्ट द्वारा प्रतिष्ठित भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) के सहयोग से  तैयार किया गया है।

हर ज्योतिर्लिंग पर मिलेगा कथा का आनंद

इस कथा  को बापू ने मानस-900 का नाम दिया। इस अनूठी यात्रा में केदारनाथ धाम से शुरू हुई कथा और संवाद की प्रक्रिया प्रत्येक ज्योतिर्लिंग के परिसर में जारी रहेगी। आठ राज्यों में फैली यह 18 दिवसीय कथा यात्रा 8 अगस्त को मोरारी बापू के गांव तलगाजर्डा में समाप्त होगी।

कथावाचक मोरारी बापू ने कहा कि ज्योतिर्लिंग राम कथा यात्रा के माध्यम से हमारा उद्देश्य भारत के विविध धर्मों के बीच एकता को बढ़ावा देना और सनातन धर्म की सामूहिक समझ को बढ़ावा देना है।

यह यात्रा वसुधैव कुटुंबकम के संदेश से परिपूर्ण भारत की शाश्वत भावना की याद दिलाने का काम करेगी।

 

 

 

 

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