Water released from Shri Nagar Dam, breath stopped due to the rise of the river

नदी के उफान से थमी सांसें , श्रीनगर डैम से छोड़े पानी से बड़ा गंगा का जल स्तर, इन नदियों के किनारे जाने से पहले हो जाएँ सावधान

उत्तराखंड में भारी बारिश से काफी नुकसान हो रहा है। नदियाँ और नाले उफान पर हैं। नदियों में जलस्तर बढ़ रहा है और कई सड़कें फिलहाल बंद हैं। लोग बारिश रुकने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, हालांकि ऐसा लगता है कि यह निकट भविष्य में भी जारी रहेगी।

मौसम विभाग ने मंगलवार को भारी बारिश की आशंका जताई है, साथ ही कई इलाकों के लिए चेतावनी भी जारी की गई है।  जीवीके पावर श्रीनगर गढ़वाल के वरिष्ठ प्रबंधक द्वारा श्रीनगर बांध से पानी छोड़े जाने के सम्बन्ध में सूचना जारी की है। भारी बारिश के चलते अलकनंदा नदी का जल स्तर बढ़ने से सुबह 9.30 बजे अलकनंदा नदी पर बने श्रीनगर बांध में 3000 क्यूमेक्स अतिरिक्त पानी पहुंचने की प्रबल संभावना है.

यह पानी श्रीनगर बांध से छोड़ा गया है और 10:30 बजे देवप्रयाग, 12:30 बजे ऋषिकेश और 1:00 बजे हरिद्वार पहुंचेगा. प्रशासन के लिए यह सलाह दी जाती है कि आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना को रोकने के लिए संबंधित जिलों में सभी बचाव इकाइयों को सक्रिय करके आवश्यक कार्रवाई की जाए।

 

बढ़ गया है अलकनन्दा का जल स्तर

अलकनंदा नदी का जल स्तर बढ़ गया है, जिसके परिणामस्वरूप श्रीनगर बांध से पानी छोड़ा गया है।  इससे पहले जब हाल ही में जब श्रीनगर बांध से पानी छोड़ा गया तो हरिद्वार-ऋषिकेश में गंगा के तट जलमग्न हो गए। नदी में इस उफान से लोगों में दहशत फैल गयी है. प्रशासन नदी किनारे रहने वालों को सुरक्षित इलाकों में पहुंचा गया था .

इसलिए विभाग ने लोगों को सलाह दी  हैं कि सावधानी बरतें और खराब मौसम के दौरान नदी के किनारे जाने से बचें।

भारी बारिश की चेतावनी जारी

विभाग ने आज कुमाऊं मंडल में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. खास तौर पर पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोडा, चंपावत, नैनीताल और उधम सिंह नगर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. हालांकि विभाग का सुझाव है कि कल से मौसम में सुधार हो सकता है।

भारी बारिश के कारण राज्य में नदियाँ उफान पर हैं, जिसके परिणामस्वरूप बिजली और पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। नतीजतन, उत्तराखंड बिजली संकट का सामना कर रहा है, आम जनता और औद्योगिक क्षेत्रों दोनों को लंबे समय तक बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है।

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