77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर परेड ग्राउंड में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इसके अतिरिक्त, उन्होंने योग्य पुलिसकर्मियों को मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पद से भी सम्मानित किया। इससे पहले उन्होंने सीएम आवास पर झंडा फहराया और उपस्थित लोगों को राष्ट्रीय एकता की शपथ भी दिलाई.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों का शालीनता से सम्मान किया और फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने विनम्रतापूर्वक 05 पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को उनके असाधारण कार्य के लिये मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक प्रदान किया।
मुख्य आरक्षी चमन कुमार, पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक रेखा यादव, अपर पुलिस अधीक्षक सरिता डोभाल एवं आरक्षी धीरेन्द्र सिंह चौहान को मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा सराहनीय सेवा पदक प्रदान किये गये।
मुख्यमंत्री धामी ने राज्य को दी ये 13 सौगातें
इस शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी सम्मानित प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं दी। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने राज्य के सर्वोत्तम हित और कल्याण में 13 महत्वपूर्ण घोषणाओं को साझा किया।
- पूरे वर्ष ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से आम जनता को निर्माण सामग्री आसानी से उपलब्ध कराने के लिए एक ‘खनिज प्रसंस्करण पोर्टल’ विकसित किया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि ये खनिज सस्ती कीमतों पर आसानी से उपलब्ध हों और साथ ही अवैध बाजार गतिविधियों के किसी भी मामले पर अंकुश लगाया जा सके। इसके अतिरिक्त, यह पहल लोगों को आसानी से अपने घरों पर सीधे खनिज प्राप्त करने में सक्षम बनाएगी।
- सुदूरवर्ती क्षेत्रों में रहने वाली गर्भवती माताओं-बहनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ‘मुख्यमंत्री जच्चा-बच्चा सुरक्षा योजना’ बनायीं जायगी । इस पहल का उद्देश्य एक ऐसा तंत्र स्थापित करना है जो चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के दौरान गर्भवती माताओं और बहनों को एयरलिफ्ट करने की सुविधा प्रदान करेगा। इसके अतिरिक्त, हम इस प्रणाली को मौजूदा 108 एम्बुलेंस सेवा के साथ एकीकृत करने की दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।
- सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों को हिंदी और अंग्रेजी दोनों माध्यमों में किताबें निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी।
- जो युवा लगन से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं या स्कूल-कॉलेजों में जा रहे हैं, उन पर लगे मुकदमे वापस लिए जाएंगे।
- राज्य का उद्देश्य स्वतंत्रता सेनानियों, शहीदों, साहित्यकारों और महान हस्तियों के नाम पर प्रमुख चौराहों और सड़कों का नाम रखकर उनकी स्मृति का सम्मान करना है।
- राज्य एकल, निराश्रित, परित्यक्त और विधवा महिलाओं को अपने घरों में रोजगार के अवसर पैदा करने और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करने में सहायता करने के लिए ‘मुख्यमंत्री एकल महिला स्वरोजगार योजना’ शुरू करेगा। पर्वतीय क्षेत्रों के विकास को बढ़ाने के प्रयास में, प्रत्येक मंडल में एक शहर को ‘मॉडल सिटी’ में बदलने के लिए ‘मुख्यमंत्री पर्वतीय शहर विकास योजना’ लागू की जाएगी।
- श्रमिक वर्ग के बच्चों के लिए उचित शिक्षा और संतुलित पोषण सुनिश्चित करने के लिए मोबाइल स्कूलों और मोबाइल आंगनवाड़ी केंद्रों की संख्या में वृद्धि की जाएगी।
- विकासनगर क्षेत्र में मां यमुना के तट पर स्थित प्राचीन शहर ‘हरिपुर’ को उसके मूल ऐतिहासिक एवं पौराणिक गौरव को पुनर्जीवित करने के लिए एक व्यापक कार्य योजना बनायीं जायगी ।
- राज्य आदिवासी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एक राष्ट्रीय आदिवासी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रतियोगिता आयोजित करने की योजना बना रहा है।
- केंद्र सरकार से विनम्र अनुरोध किया जाएगा कि सीमांत गांवों के आदिवासी क्षेत्रों में ‘एकलव्य विद्यालयों’ की संख्या बढ़ाने पर विचार किया जाए।
- कई प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल अभ्यर्थियों को ध्यान में रखते हुए रिक्त पदों पर प्रतीक्षा सूची के आधार पर नियुक्तियां की जाएंगी। यह प्रतीक्षा सूची एक विशिष्ट अवधि के लिए वैध होगी और प्रभावी रहेगी।
- राज्य में कुटीर उद्योगों और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए उनके उत्पादों को बेचने के लिए ‘यूनिटी मॉल’ की स्थापना की जाएगी।