It may rain in these 3 districts of Uttarakhand till August 18

उत्तराखंड के इन 3 जिले में 18 अगस्त तक बरस सकती है आसमानी आफत , 4 राजमार्गों सहित 338 सड़कें हुई अवरुद्ध 

पूरे उत्तराखंड में इन दिनों बारिश का कहर जारी है। मानसून से शुरू हुई बारिश कब तक थमने का नाम नहीं ले रही है। पहाड़ों से लेकर मैदानी जिलों तक भारी बारिश के कारण जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हाल ही में जारी की गई मौसम की जानकारीके आधार पर पूरे दिन उत्तराखंड के कुछ क्षेत्रों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है।

मौसम विज्ञान केंद्र ने पूर्वानुमान लगाया है कि आने वाले दो से तीन दिनों में पूरे राज्य में भारी बारिश हो सकती है.  केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने 18 अगस्त तक राज्य में बारिश के लिए येलो अलर्ट की घोषणा की है। इसलिए, इस अवधि के दौरान किसी भी अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी जाती है।

इन जिलों में जारी किया गया रेड अलर्ट

अधिकारियों ने देहरादून, पौडी और टिहरी  के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है, जो इन क्षेत्रों में अत्यधिक सावधानी और तैयारियों की आवश्यकता का संकेत देता है। इसके अतिरिक्त, हरिद्वार, नैनीताल, चंपावत और उधम सिंह नगर जिलों के लिए पीला अलर्ट जारी किया गया है, जो कम स्तर की सतर्कता को दर्शाता है लेकिन फिर भी निवासियों से सतर्क रहने का आग्रह किया गया है।

 

हरिद्वार ऋषिकेश में गंगा ने पार किया खतरे का निशान

भारी वर्षा के परिणामस्वरूप, हरिद्वार शहर में पवित्र नदी गंगा का जल स्तर काफी बढ़ गया है, जो एक गंभीर बिंदु के करीब है। गंगा से दो लाख दस हजार छह सौ अठहत्तर क्यूसेक पानी की भारी मात्रा में लगातार छोड़े जाने के कारण क्षेत्र में लगातार बाढ़ की स्थिति बनी हुई है।

4 राजमार्गों सहित 338 सड़कें हुई अवरुद्ध

राज्य में लगातार बारिश के परिणामस्वरूप कुल 338 सड़कें, जिनमें चार प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग शामिल हैं, बंद  है। इस  परिस्थिति का पर्वतीय क्षेत्रों में रहने वाले निवासियों की आजीविका पर गंभीर प्रभाव पड़ा है। स्थिति को और भी गंभीर बनाने के लिए, कई लोग खुद को अलग-अलग स्थानों पर यात्रा करने में असमर्थ हो जाते हैं।

इस गंभीर स्थिति को सुधारने के लिए, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने अवरुद्ध सड़कों को फिर से खोलने के कठिन कार्य में सहायता के लिए 300 जेसीबी मशीनों का एक प्रभावशाली बेड़ा तैनात करके सक्रिय कदम उठाए हैं।

 

लोनिवि से प्राप्त सूचना के आधार पर एनएच 119 धुमाकोट वर्तमान में चार स्थानों पर बंद है। इसी तरह, एनएच 707-ए बाटाघाट और नई टिहरी के बीच कई स्थानों पर बंद है।

बड़कोट में एचएच 94 डबरकोट और झझारगढ़ दो स्थानों पर बंद है। इसके अलावा लोहाघाट में भूस्खलन के कारण एनएच 125 दो स्थानों पर बंद है। लोनिवि के मुख्य अभियंता दीपक कुमार ने बताया कि प्रदेश में कुल 39 स्टेट हाईवे, 17 मुख्य जिला सड़कें, 16 जिला सड़कें, 146 ग्रामीण सड़कें और 116 पीएमएजीवीवाई सड़कें बंद हैं।

उन्होंने बताया कि भारी बारिश के कारण सड़क खोलने के काम में दिक्कतें आ रही हैं।

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