इन दिनों पूरे उत्तराखंड में बारिश जारी है। मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट में आने वाले कुछ दिनों में बारिश का प्रकोप ऐसे ही जारी रहेगा। मौसम विभाग द्वारा येलो अलर्ट जारी करने के अलर्ट के मुताबिक बुधवार को उत्तराखंड में बारिश होने की संभावना है।
मैदानी इलाकों के साथ-साथ पहाड़ों में बारिश का दौर जारी रहने का अनुमान है। गरज-चमक के साथ हुई बारिश को देखते हुए प्रशासन विशेष सतर्कता बरत रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक, मौसम का यह मिजाज 5 अगस्त तक बने रहने की संभावना है.
उल्लेखनीय है कि बारिश के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उत्तराखंड में भारी बारिश ने यहां के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
आगे आने वाले दिनों में नहीं मिलेगी राहत
वर्तमान में जुलाई के महीने से लगातार हो रही बारिश के परिणामस्वरूप उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा उत्तराखंड में पर्यटकों को भी भूस्खलन के खतरे के चलते काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक उम्मीद है कि कम से कम 5 अगस्त तक पहाड़ों में बारिश का दौर जारी रहेगा.
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक अनुमान है कि बुधवार को पहाड़ी इलाकों में बारिश हो सकती है और मैदानी इलाकों में कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है. एहतियात के तौर पर राज्य में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. निवासियों को विधिवत सूचित कर दिया गया है और नदियों के पास रहने वालों को भी सतर्क कर दिया गया है।
बुधवार को बारिश से सराबोर रहेगा उत्तराखंड
बुधवार को उत्तराखंड के कई जिलों में घने बादल छाए हुए हैं. बुधवार को पौड़ी में बादल छाए रहेंगे और बारिश की भी संभावना है। बारिश की आशंका को देखते हुए स्थानीय लोगों द्वारा आवश्यक सावधानियां बरती गई हैं।
गौरतलब है कि जिले में फिलहाल दो स्टेट हाईवे समेत 26 सड़कें बंद हैं। वहीं, गौरतलब है कि कोटद्वार में बारिश का दौर जारी है. रात में रुक-रुक कर बारिश होती रही और बुधवार की सुबह बादल छाए हुए नजर आ रहे हैं। यहां भी बारिश की संभावना है.
आपको बता दें बारिश के कारण कीचड़ बढ़ने से मवाकोट कण्वाश्रम वैकल्पिक मार्ग प्रभावित हो गया है। इसके अलावा मालन पुल टूटने के बाद इस मार्ग से आवाजाही बाधित हो गई है। परिणामस्वरूप, स्थानीय लोगों को वर्तमान में कीचड़ जमा होने के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
भूस्खलन के लिए जारी किया गया अलर्ट
पर्वतीय क्षेत्रों में सड़क अवरूद्ध होने से आम जनता को इस समय दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को गंगोत्री हाईवे धरासू बैंड के पास चार घंटे तक बाधित रहा।
पिछले महीने धरासू बैंड के पास एक ही राजमार्ग पर भूस्खलन की आशंका जताई गई है। जिसके परिणाम स्वरूप राजमार्ग कुल 60 घंटे से अधिक समय से बंद किया गया है। इसके अलावा यमुनोत्री हाईवे भी भूस्खलन के कारण इस समय बंद किया गया है