हरिद्वार में प्रमुख धार्मिक स्थानों के दर्शन तो सभी ने किये होंगे । परन्तु जल्दी ही हरिद्वार दर्शन में एक नया आयाम जुड़ने जा रहा है । हरिद्वार में देश की पहली पहली पर्सनल रैपिड ट्रांजिट यानी पॉड कार पर काम शुरू होने जा रहा है।
इस परियोजना तहत हरिद्वार के सभी पौराणिक स्थलों व् मंदिरों और देव स्थलों को एलिवेटेड स्टील ट्रैक के से जोड़ा जाएगा, जिस के ऊपर पॉड कार का सञ्चालन किया जाएगा।
पौड़ टैक्सी यात्रियों को हरिद्वार के प्रमुख मंदिरों से जोड़ेगी। गौरतलब है कि इस यात्रा का किराया प्रति व्यक्ति 90 रुपये निर्धारित किया गया है। इसमें 2 किमी से 20 किमी, 40 से 4 किमी, 60 से 6 किमी, 75 से 8 किमी, 80 से 10 किमी और 85 रुपये प्रति व्यक्ति 14 किमी तक का किराया भी शामिल है।
मेट्रो हरिद्वार की सड़कों पर पॉड टैक्सी चलाने का प्रस्ताव कर रही है। जिसके लिए चार कॉरिडोर और 21 स्टेशन प्रस्तावित हैं। इसके लिए एलिवेटेड स्टील ट्रैक बनाना होगा। पहले कॉरिडोर के तहत जहां सीतापुर से भारत माता मंदिर तक 14 स्टेशन बनेंगे, दूसरे कॉरिडोर के तहत सिटी अस्पताल से दक्ष मंदिर तक 3.1 किमी का रास्ता बनाया जाएगा।
वहीं गणेशपुरम से डीएवी स्कूल तक 2.4 किमी के रूट पर दो स्टेशन प्रस्तावित हैं। बताया गया है कि अब टैक्सी का किराया निगम ने तय कर दिया है। हालांकि यह किराया वर्ष 2025-26 के लिए निर्धारित किया गया है, लेकिन संभव है कि 2026 से हरिद्वार में पॉड टैक्सियों का संचालन शुरू हो जाए।
क्या है पॉड कार ट्रांसपोर्ट सिस्टम
पॉड कार ट्रांसपोर्ट सिस्टम एक लोकल ट्रांपोर्ट सिस्टम है जिसमे छोटी छोटी इलेक्ट्रिक कार पहले से बांये हुए ट्रैक पर चलायी जाती हैं । इस कार एक बार में 4 से 6 सवारियां सफर कर सकती हैं। शुरुआत में 20 कारें इस सिस्टम में शामिल की जाएंगी।
पॉड कार ट्रांसपोर्ट सिस्टम का रोड मैप
मेट्रो कॉर्पोरेशन के द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार इस प्रोजेक्ट में लगभग 1,685 करोड़ का खर्च आएगा। इस प्रोजेक्ट के तहत हरिद्वार में तकरीबन 20 किलोमीटर लंबा यह ट्रांजिट सिस्टम बनाया जायगा । इसमें कुल 21 स्टेशन बनाए जाएंगे ।
इस ट्रांसपोर्ट सिस्टम में ज्वालापुर से लेकर शांतिकुंज में मौजूद भारत माता मंदिर तक तक का रुट कवर किया जायगा । जिसमे हरकी पैड़ी, दक्ष मंदिर सहित हरिद्वार के सभी पौराणिक स्थलों को जोड़ दिया गया है।
हरिद्वार में देश की पहली पहली पर्सनल रैपिड ट्रांजिट यानी पॉड कार से यहाँ के पर्यटन को बहुत अधिक लाभ मिलेगा और इकोनामी भी बूस्ट होगी।