Mussoorie became Tehsil after 200 years
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खुशी से झूम उठा “पहाड़ों की रानी” कहलाने वाला मसूरी, 200 साल बाद मिली है यह खुशखबरी

इस समय पूरा मसूरी खुशी से झूम रहा है। जिसका कारण है मसूरी को 200 साल बाद तहसील के रूप में मान्यता मिलना आपको बता दें गुरुवार 3 अगस्त को सरकार ने मसूरी को “पहाड़ियों की रानी” के तहसील के रूप में मान्यता देते हुए। काफी दिनों से आ रही लोगों की मांग को स्वीकार कर लिया है। जिसकी वजह से पूरे मसूरी में जश्न का माहौल है और लोग सरकार के इस फैसले की खुशी मना रहे हैं।

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हाल ही में हुई कैबिनेट की मीटिंग में मसूरी को आधिकारिक तौर पर तहसील के रूप में मान्यता देने का प्रस्ताव मंजूर कर लिया गया। शहर के कई सामाजिक और राजनीतिक समूहों के प्रतिनिधियों ने सरकार के फैसले की सराहना की और निवासियों को बधाई दी।

200 साल से था खुशी का इंतजार

इतिहासकार जयप्रकाश उत्तराखंडी ने उल्लेख किया है कि मसूरी के अस्तित्व के दो सौ वर्षों में कभी भी पूर्ण तहसील नहीं थी।  आजादी से पहले ब्रिटिश काल के दौरान, कमिश्नरी का संचालन मेरठ से किया जाता था, और 1840 से ही मसूरी में एक सिटी मजिस्ट्रेट को नियुक्त किया गया था।

ब्रिटिश अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया कि मसूरी को वे सभी सुविधाएँ उपलब्ध हों जो उस समय इंग्लैंड में उपलब्ध थीं।  इसके अतिरिक्त, 1850 में, व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए अंग्रेजों द्वारा मसूरी सिटी बोर्ड की स्थापना की गई थी। अब, सरकार ने मसूरी को तहसील का दर्जा दिया है और भविष्य में और भी बेहतर व्यवस्था का वादा किया है।

मिलेंगी अधिक सुविधाएं

मसूरी वासियों के अनुसार तहसील बनने से शहर के लोगों को अनेक सुविधाएं मिलने तथा प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार होने की उम्मीद है। भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने बताया कि उन्होंने पिछले वर्ष मसूरी दौरे के दौरान मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र देकर मसूरी को तहसील बनाने की मांग की थी।

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी मसूरी ने भी इस विचार का पुरजोर समर्थन किया था. पेटवाल ने कहा कि कैबिनेट का फैसला बड़ी संख्या में लोगों के लिए फायदेमंद होगा।

मसूरी ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि सरकार की घोषणा से व्यापारियों को भी काफी फायदा होगा, जिससे व्यापारिक संगठनों में खुशी का माहौल है। भाजपा मंडल अध्यक्ष राकेश रावत सहित भाजपा महानगर महिला मोर्चा उपाध्यक्ष पुष्पा पडियार और मंडल महामंत्री कुशल राणा ने सरकार का आभार व्यक्त किया।

उत्तराखंड होटल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संदीप साहनी ने सराहना करते हुए कहा कि तहसील की स्थापना से लोगों को अपने महत्वपूर्ण कार्यों के लिए राजधानी तक जाने की आवश्यकता से राहत मिलेगी। शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुप्ता ने मसूरी को तहसील घोषित करने के निर्णय को शीघ्र लागू करने का आग्रह किया।

 

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