PM Modi can gift cement factory to Pithoragarh

उत्तराखंड के युवाओं को मिलने जा रही है रोजगार की राह, पिथौरागढ़ को मिलेगी पहले सीमेंट फैक्ट्री की सौगात

पर्यटन के साथ-साथ उत्तराखंड उद्योगों के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है। राज्य सरकार ने औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए नई नीतियां लागू की हैं, जिससे निवेशकों की राज्य में उद्योग स्थापित करने में रुचि बढ़ी है।

इस विकास के तहत जल्द ही पहली सीमेंट फैक्ट्री की स्थापना पिथौरागढ में की जायेगी। इस उद्योग के लिए आवश्यक कच्चा माल चूना पत्थर के पिथौरागढ में प्रचुर भण्डार पाये गये हैं।

प्रमुख औद्योगिक समूहों ने सीमेंट उत्पादन का बीड़ा उठाया है और क्षेत्र में कारखाने स्थापित करने की इच्छा व्यक्त की है। गंगोलीहाट में चूना पत्थर के एक बड़े भंडार की पहचान की गई है, जो लगभग 1700 हेक्टेयर क्षेत्र को कवर करता है।

किया जा चूका है सर्वे

जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने पिछले साल यहां सर्वे किया था। उनकी विस्तृत जांच के बाद इन दोनों स्थानों में पर्याप्त लाइमस्टोन होने की पुष्टि हुई है।

गंगोलीहाट में 800 और पिथौरागढ़ शहर से लगे करीब 900 हेक्टेयर क्षेत्र में लाइमस्टोन के भंडार मिले हैं। लाइमस्टोन के भंडार ने सीमेंट कंपनियों को अपनी ओर आकर्षित किया है। जेके सीमेंट, श्रीश्री और बांगर सीमेंट, अंबुजा और अडानी समूह की अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी ने भी यहां उद्योग लगाने में रुचि दिखाई है।

तीन अक्टूबर को यहां इन कंपनियों ने सात जगह से लाइमस्टोन के सैंपल भी लिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिथौरागढ़ दौरे के दौरान इस उद्योग की जिले में स्थापना को लेकर बड़े ऐलान होने की उम्मीद है।

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