उत्तराखंड में लगातार बारिश से सड़कों को भारी नुकसान हुआ है, खासकर प्रसिद्ध बद्रीनाथ धाम तक जाने वाली सड़कों काफी क्षति हुई है। जिसके कारण, चमोली में कमेड़ा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया है।
चमोली जिले के गोचर में कमेड़ा के पास बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने से बद्रीनाथ यात्रा में काफी दिक्कत आ रही है। पहाड़ी से गिरे मलबे और पत्थरों की वजह से सड़क मार्ग बाधित हो गया है , जिससे सड़क के आधे हिस्से को व्यापक क्षति हुई है।
बद्रीनाथ धाम का पारंपरिक मार्ग बारिश के कारण खराब होने इस पवित्र स्थल पर आने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग तैयार किया गया है।
यह आकस्मिक मार्ग योजना का निर्माण बद्रीनाथ धाम की आध्यात्मिक यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों को यात्रा के दौरान आने वाली कठिनाइयों को कम करने के लिए किया गया है ।
शीघ्र खोला जाएगा पूर्व यात्रा मार्ग
भारी बारिश की वजह से सड़क मार्ग से यात्रा के लिए अनुपयुक्त हो गई है, जिसे पूरी तरह से बहाल करने और फिर से खोलने में 2 से 3 दिन तक के समय की आवश्यकता है।
इस ख़राब परिस्थिति के परिणामस्वरूप, बद्रीनाथ तीर्थ यात्रा को वैकल्पिक मार्गों के माध्यम से कराने का निर्णय लिया गया है ।
ये है नया रुट प्लान
जब तक कि बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को एक बार फिर से सुरक्षित और सुलभ नहीं हो जाता। तब तक यह यात्रा गोपेश्वर से होते हुए मंडल चोपता, चोपता से रुद्रप्रयाग होते हुए अगस्त मुनि से होते हुए जोशीमठ पहुंचेगी। और फिर जोशीमठ से बदरीनाथ धाम में पूरी होगी ।
आपको बता दें की वर्तमान में जोशीमठ से बद्रीनाथ धाम तक का मार्ग अप्रभावित है और यात्रा के लिए सुचारू है, इसलिए यात्रा के इस चरण में जाने वाले यात्रियों के लिए कोई बदलाव लागू नहीं किया गया है।
परिणामस्वरूप, जोशीमठ से बद्रीनाथ धाम की यात्रा करने वाले व्यक्ति उसी सुस्थापित मार्ग से यात्रा करते रहेंगे।