Uttarakhand Power Bill Payment: केंद्र सरकार ने हाल ही में बिजली बिलिंग को लेकर नया नियम लागू किया है, जिसमें दिन और रात के समय की दरें अलग-अलग निर्धारित की जाएंगी. नतीजतन, बिजली बिल तदनुसार समायोजित किया जाएगा इस बदलाव के बारे में जनता को जानकारी देने के लिए केंद्र की ओर से एक अधिसूचना भी जारी की गई है.
हालाँकि, इस व्यवस्था में फिलहाल कुछ चुनौतियाँ हैं और इसे फिलहाल अंतिम रूप नहीं दिया जा सकता है। केंद्र सरकार ने एक नया नियम लागू किया है जिसमें कहा गया है कि दिन और रात के समय बिजली उपयोग के लिए अलग-अलग दरें अब बिल में शामिल की जाएंगी। Uttarakhand Power Bill Payment
उसी हिसाब से बिल जेनरेट होगा और इस मामले को लेकर केंद्र की ओर से नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है. उत्तराखंड में इस व्यवस्था का क्रियान्वयन स्मार्ट मीटर लगने के बाद ही होगा, क्योंकि इसे मौजूदा सामान्य बिजली मीटरों में शामिल नहीं किया जा सकता है।
उत्तराखंड में बिजली चोरी की घटनाओं को रोकने, बिलिंग में विसंगतियों को रोकने और शीघ्र बिल जमा करने को सुनिश्चित करने के लिए 16 लाख स्मार्ट मीटर की स्थापना को आवश्यक माना गया है। कुमाऊं मंडल में इंस्टॉलेशन के लिए अडानी को चुना गया है, जबकि गढ़वाल मंडल के लिए जीनस कंपनी को चुना गया है. हालांकि, दरों को लेकर फिलहाल असहमति बनी हुई है.
केंद्र सरकार ने आरडीएसएस योजना लागू की है, जिसमें कुमाऊं में 6.5 लाख और गढ़वाल में 9.5 लाख स्मार्ट मीटर लगाने की योजना शामिल है। स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली बिलिंग प्रणाली प्रीपेड हो जाएगी, जिससे मीटर रीडिंग पर यूपीसीएल के मासिक खर्च में छह करोड़ रुपये की उल्लेखनीय बचत होगी।Uttarakhand Power Bill Payment
साथ ही साल भर बकाया बिजली बिल की वसूली के लिए चल रही जद्दोजहद भी खत्म हो जाएगी। इसके अलावा, स्मार्ट मीटर की स्थापना बिजली चोरों के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।Uttarakhand Power Bill Payment