उत्तराखंड के उत्तरकाशी के 70 वर्षीय संतराम कर रहे अपने हुनर से कमाल , सूखी लकड़ी और जड़ों से बनाते हैं हैंडीक्राफ्ट
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उत्तराखंड के उत्तरकाशी के 70 वर्षीय संतराम कर रहे अपने हुनर से कमाल , सूखी लकड़ी और जड़ों से बनाते हैं हैंडीक्राफ्ट

उत्तराखंड में हुनर की ऐसे अद्भुत खान हैं . यहाँ पर लोग अपने अनोखे टेलेंट से  खूबसूरत हैंडीक्राफ्ट का निर्माण करते हैं . आज हम आपको उत्तराखंड के उत्तरकाशी के एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बता रहे हैं जो पेड़ों की खराब लकड़ियां या सूखी जड़ों  के इस्तेमाल से खूबसूरत हैंडीक्राफ्ट बन रहे हैं और इन ख़राब लकड़ियों अनूठा प्रयोग कर रहे  हैं .

संतराम की उम्र 72 वर्ष हैं और अपने परिवार की परंपरा  को को इस खूबसूरती हैंडीक्राफ्ट के जरिये आगे बड़ा रहे हैं . संतराम अपने हुनर से पुराणी ख़राब लकड़ियों को इस प्रकार सवारते हैं। की हर कोई इस खूबसूरत हैंडीक्राफ्ट अपना घर सजाने के लिए मजबूर हो जाते हैं ।

उत्तराखंड के उत्तरकाशी के 70 वर्षीय संतराम कर रहे अपने हुनर से कमाल , सूखी लकड़ी और जड़ों से बनाते हैं हैंडीक्राफ्ट

पिछले 30 सालों से कर रहे हैं ये काम 

उत्तर कशी के रहने वाले संतराम के अनुसार वे इस काम को पिछले 25 से 30 सालों से यही काम कर रहे हैं.  संतराम ने बताया कि लकड़ी से हैंडीक्राफ्ट बनाने का काम उनके  पुश्तैनी काम है.  उनकी कई पीढ़ियों से लकड़ियों से तरह-तरह की खूबसूरत हैंडीक्राफ्ट बनाये  जाते हैं .

उत्तराखंड के उत्तरकाशी के 70 वर्षीय संतराम कर रहे अपने हुनर से कमाल , सूखी लकड़ी और जड़ों से बनाते हैं हैंडीक्राफ्ट

इसके साथ उनके पूर्वज  मंदिरों की और इमारतों के दरवाजे खिड़कियां बनाने का काम भी वे करते थे. विरासत में मिली कला को बचपन में ही सीखने के बाद  संतराम भी इसी काम से जुड़ गए।

Dehradun News: सूखी लकड़ी-जड़ों से बनाते हैं हैंडीक्राफ्ट, देखते ही बनता है 70 साल के संतराम का हुनर - 72 year old santram makes beautiful things from waste wood and root of

और फिर लकड़ियों और पेड़ों की खराब जड़ों से सुन्दर सुन्दर  सामान बनाने लगे। और आज भी अपने इस खानदानी पारम्परिक हुनर को संजोय हुए हैं ।

सामान की आती है दूर दूर से डिमांड

आपको बता दें संतराम के बांये सामान की डिमांड दूर दूर से आती हैं साथसाथ वे अपने बनाये सामान को जगह-जगह पर प्रदर्शनियों  में बेचते  हैं जिससे इसकी लोकप्रियता काफी बाद रही है .

Wood Handy Craft - Free image on Pixabay

लड़की के साथ साथ अब संतराम ने अब  बेकार पड़ी पेड़ों की जड़ों को भी इस्तेमाल करना शुरू कर दिया और उनको सजाते हुए खूबसूरत हैंडीक्राफ्ट तैयार करने लगे हैं .

उत्तराखंड के उत्तरकाशी के 70 वर्षीय संतराम कर रहे अपने हुनर से कमाल , सूखी लकड़ी और जड़ों से बनाते हैं हैंडीक्राफ्ट

संतराम के अनुसार परंपरागत कला को जीवित रखने के लिए प्रयाश किये जाने चाहिए जिससे उत्तराखंड की लोक कला सुरक्षित रहे और आगे और फूले फले।  आज के समय में लकड़ी से बने सजावटी सामानों की खूब डिमांड रहती है .

Everything You Need To Know About Indian Wooden Handicrafts – ExclusiveLane

भले ही कई तरह की नई वस्तुएं बाजार में आई गयी हों, लेकिन दिल्ली जैसे शहरों में आज भी लकड़ियों की वस्तुओं की काफी पसंद की जाती हैं .

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