Kedarnath Yatra Update 2023
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Kedarnath Yatra Update 2023: बदले गए हैं केदारनाथ में यात्रियों की एंट्री के नियम , सोनप्रयाग से केदारनाथ भेजे जाएंगे केवल पांच से छह हजार यात्री

Kedarnath Yatra Update 2023 :  केदारनाथ यात्रा के दौरान कई ऐसे इलाके हैं जहां पहाड़ियों से पत्थर गिरने और हिमस्खलन की आशंका से यात्रियों की सुरक्षा खतरे में है. इन क्षेत्रों में गौरीकुंड, छौरी, चीरबासा, जंगलचट्टी, भीमबली, लिंचोली और चानी शिविर शामिल हैं।

 

बारिश के मौसम में खतरा विशेष रूप से बढ़ जाता है, जिससे क्षेत्र बहुत संवेदनशील हो जाता है। यात्रियों की सुरक्षा के लिए सोनप्रयाग से केदारनाथ तक पब्लिक एड्रेस सिस्टम विकसित किया जाएगा। इससे यात्रियों को पैदल मार्ग के स्टॉप पर लाउडस्पीकर के माध्यम से मार्ग के बारे में सूचित किया जा सकेगा। Kedarnath Yatra Update 2023

रिस्क मैनेज करने के लिए बारिश के मौसम में प्रतिदिन पांच से छह हजार यात्रियों को ही धाम जाने की अनुमति दी जाएगी। इससे केदारनाथ यात्रा के सुचारू और सुरक्षित संचालन को सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। बरसात के मौसम में गौरीकुंड से छौरी, चीड़बासा, जंगलचट्टी, भीमबली, लिनचोली और चानी कैंप के रास्ते में पहाड़ी से पत्थर गिरने का संभावित खतरा रहता है।

इसके अतिरिक्त, रामबाड़ा से छानी कैंप तक का क्षेत्र हिमस्खलन की अत्यधिक संभावना वाला क्षेत्र है, जो इसे एक संवेदनशील क्षेत्र बनाता है। इस दौरान यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने एक कार्य योजना तैयार की है।

एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, यात्रा प्रबंधन बल और पुलिस कर्मियों सहित विभिन्न बलों को मार्ग के विशिष्ट स्थानों पर तैनात किया जाएगा। उनकी उपस्थिति यात्रियों के लिए एक सुरक्षित मार्ग प्रदान करेगी। इसके अलावा, पूरे पैदल मार्ग पर किसी भी संभावित स्थिति के बारे में जानकारी प्रसारित करने के लिए एक सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली का उपयोग किया जाएगा। Kedarnath Yatra Update 2023

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यात्रियों को मौसम की स्थिति और सबसे सुरक्षित पैदल मार्ग के बारे में सूचित करने के लिए स्टॉप पर लाउडस्पीकर का भी उपयोग किया जाएगा। किसी भी अप्रत्याशित परिस्थितियों को प्रभावी ढंग से संभालने के लिए, ऋषिकेश-बद्रीनाथ और रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग पर सिरोहबगड़, नारकोटा, भटवाडीसैंण, बसनवाड़ा, अर्ध-भंसारी, नारायणकोटी, खाट गांव और चंडिका धार जैसे रणनीतिक बिंदुओं पर मशीनों को तैनात किया जाएगा।

इसके अलावा, राजमार्ग से जुड़े मोटर मार्गों पर प्रत्येक 10 किलोमीटर पर, उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से तुरंत निपटने के लिए अतिरिक्त मशीनें तैनात की जाएंगी। Kedarnath Yatra Update 2023

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