उत्तराखंड के गाँवों में को राज्य के शहरों व् अन्य गाँवों से जोड़ने के लिए जल्दी ही नयी सौगात मिलने जा रही है । आपको बता दें ‘मेरा गांव मेरी सड़क योजना’ के तहत उत्तराखंड के छह जिलों में कुल 36 सड़कों का निर्माण किया जाएगा।
उत्तराखंड के गांवों में कनेक्टिविटी बढ़ाने और यातायात की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए, इन सड़कों से संबंधित प्रस्तावों को उत्तराखंड के ग्रामीण विकास मंत्री गणेश जोशी ने हरी झंडी दे दी है।
यह सुनिश्चित करने के लिए कि गाँव सड़क नेटवर्क से प्रभावी ढंग से जुड़े हुए हैं, अनुपूरक बजट में अतिरिक्त धनराशि आवंटित की जाएगी।
इन सड़क परियोजनाओं को मंजूरी उत्तराखंड के ग्रामीण विकास मंत्री गणेश जोशी ने दी है। इन प्रस्तावों के पीछे मुख्य उद्देश्य गांवों के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ाना और क्षेत्र में यातायात का निर्बाध प्रवाह सुनिश्चित करना है।
दूर-दराज के गांव में होगा सड़कों का निर्माण
ग्रामीण विकास मंत्री गणेश जोशी ने उल्लेख किया कि सरकार उन दूरदराज के गांवों के साथ सड़क संपर्क स्थापित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, जो वर्तमान में लोक निर्माण विभाग और प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के दायरे से बाहर हैं।
इसके लिए, इन अन्य गांवों की सड़क कनेक्टिविटी की सुविधा के लिए अनुपूरक बजट में आवश्यक वित्तीय संसाधन आवंटित किए जाएंगे।
देहरादून में राज्य ब्यूरो ने हाल ही में एक विकास परियोजना की घोषणा की है जिसे ‘मेरा गांव मेरी सड़क योजना’ के नाम से जाना जाता है। इस पहल का लक्ष्य उत्तराखंड के छह अलग-अलग जिलों में कुल 36 नई सड़कों का निर्माण करना है।
इन निर्माण परियोजनाओं के पीछे प्राथमिक उद्देश्य गांवों के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ाना और पूरे क्षेत्र में यातायात का निर्बाध प्रवाह सुनिश्चित करना है। यह प्रयास ग्रामीण क्षेत्रों में समग्र बुनियादी ढांचे और परिवहन प्रणालियों में सुधार करने, अंततः स्थानीय लोगो को लाभ पहुंचाने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इन गांवों को मिलेगा लाभ
कैबिनेट मंत्री जोशी ने बताया कि जिन जिलों में ये सड़कें स्वीकृत हुई हैं, उनमें अल्मोडा, पिथौरागढ, देहरादून, उधम सिंह नगर, हरिद्वार और टिहरी शामिल हैं। इन जिलों में सबसे ज्यादा, कुल 21 सड़कें देहरादून में हैं।
उन्होंने आगे बताया कि इस योजना के तहत, कनेक्टिविटी से वंचित गांवों के लिए एक सड़क का निर्माण किया जाता है, यह सुनिश्चित करते हुए कि वे मुख्य सड़क से केवल एक किलोमीटर की दूरी पर हैं।
देहरादून में राज्य ब्यूरो को ‘मेरा गांव मेरी सड़क योजना’ के कार्यान्वयन की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है, जिसका लक्ष्य उत्तराखंड के 6 जिलों में 36 सड़कों का निर्माण करना है। हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि इन सड़कों से संबंधित प्रस्तावों को उत्तराखंड के ग्रामीण विकास मंत्री गणेश जोशी से मंजूरी मिल गई है।
इस पहल का उद्देश्य गाँव की कनेक्टिविटी को बढ़ाना और निर्बाध यातायात प्रवाह सुनिश्चित करना है।