यदि आप भी घूमने और खाने पीने के शौकीन हैं। और विभिन्न भारतीय ब्यंजनों के साथसाथ पंजाबी खाना खाना पसंद करते हैं। तो आप एक बार उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून आकर यहां के मशहूर सेठी के मशहूर छोले कतलम्बे का स्वाद ले सकते हैं।
वैसे तो देहरादून में खाने पीने की कई फेमस दुकाने है। परन्तु अगर आप छोले कतलम्बे खाने के शौकीन हैं तो सेठी के यहाँ के छोले कतलम्बे जैसा स्वाद आपको कहीं भी नहीं मिलेगा। तो आइये जानते हैं यहाँ के छोले कतलम्बे की खासियत-
1953 में की थी शुरुआत
यूं तो देहरादून में आपको कई जगह पर छोले-कतलम्बे खाने के लिए मिल जाएंगे। लेकिन कई सालों से सेठी के छोले कतलम्बे का स्वाद ले रहे लोगो का कहना है कि यहां के जैसा स्वाद कही भी नहीं मिल सकता। किशन लाल सेठी ने देहरादून के मोती बाजार में साल 1953 में छोले कतलम्बे के कॉर्नर की शुरुआत की थी।
और तब से अब तक अपने अनोखे स्वाद वाले छोले कतलम्बे लगातार परोस रहे हैं । इस छोले कतलम्बे का स्वादिष्ट जायका लेने , देहरादून ही नहीं, अन्य राज्यों से लोग भी आते हैं।
परंपरा को बरकरार रखा
आज कल किशनलाल के पोते दिव्य सेठी द्वारा अपने दादा के इस रेस्टोरेंट की परंपरा को बरकरार रखा हुआ है। सिर्फ उत्तराखंड ही नहीं बल्कि देश के अन्य राज्यों से उत्तराखंड आने वाले लोगों द्वारा भी यहां की इस मशहूर डिस छोले कतलम्बे को पंसद किया जाता है।
वही खाने के साथ कई टूरिस्ट तो इसे पैक करवाकर भी ले जाते हैं। छोले कतलम्बे पंजाब के कुछ खास ट्रेडिशनल डिशों में से एक है । जो अब देश के कोने कोने काफी फेमस हो चुकी है ।
तो अगली बार जब भी देहरादून जाएँ तो सेठी के छोले कतलम्बे का स्वाद जरूर लें ।
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