देहरादून में वर्तमान में, स्थानीय सरकार सक्रिय रूप से डेंगू मलेरिया से निपटने के अभियान में लगी हुई है और साथ ही प्लास्टिक के उपयोग को हतोत्साहित करने के लिए उपाय कर रही है।
देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा ने सभी शहर वासियों से आग्रह किया कि अपने घर में इस प्रकार का कोई भी सामान ना रखी जिसमें पानी इकट्ठा हो और डेंगू मलेरिया के मच्छरों को पनपने का स्थान न मिले ।
ऐसे नागरिक जो गंदगी फैलाते हैं या पानी जमा होने देते हैं, उन्हें ऐसे गंदे पानी में मच्छरों के लार्वा की उपस्थिति के कारण दंड का सामना करना पड़ सकता है।
डेंगू और मलेरिया का खतरा
मेयर गामा ने सूचित किया कि हाल ही में वर्षा में वृद्धि हुई है, जिसके परिणामस्वरूप जल जमाव हुआ है और डेंगू और मलेरिया का खतरा बढ़ गया है। इसलिए यह अनुरोध किया जाता है कि लोग गंदगी फैलाने से बचें और पानी को जमा होने से रोकें। डेंगू का मच्छर खासतौर पर साफ पानी में पनपता है।
यदि आप अपने आस-पास पानी जमा हुआ देखते हैं, तो निगम को सूचित करें।
उन्होंने हमारे पर्यावरण पर प्लास्टिक के उपयोग के हानिकारक प्रभावों के बारे में जनता के बीच जागरूकता बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि देहरादून में प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के प्रयास तब शुरू हुए जब निवासियों ने एकजुट होकर एक बड़ी मानव श्रृंखला बनाकर शहर को पॉलिथीन से मुक्त करने का संकल्प लिया। उस समय से, देहरादून नगर निगम लगातार प्लास्टिक के मुद्दे को संबोधित कर रहा है।
होगा जुर्माना
प्रारंभ में, व्यक्तियों को प्लास्टिक के हानिकारक प्रभावों के बारे में शिक्षित किया जाता है, और यदि वे इसे नहीं समझते हैं, तो जुर्माना लगाया जाता है।
इसके अलावा, हम आपको बता दें जुलाई 2022 से 20 जुलाई 2023 तक, देहरादून नगर निगम ने प्लास्टिक कचरे से संबंधित 5,538 चालानों के माध्यम से 17,33,580 रुपये एकत्र किए हैं।