राज्य के होनहार युवा आज अपनी मेहनत के दम पर नित नए मुकाम हासिल कर रहे रहे हैं . कड़ी मेहनत से कठिन से कठिन लक्ष्य को प्राप्त कर रह हैं । ऐसी ही ही एक होनहार युवा हैं नीरज कापड़ी । जिन्होंने आईएमए की परीक्षा में ऑल इंडिया स्तर पर चौथा स्थान प्राप्त किया है।
जी हाँ ! हम बात कर रहे हैं मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले नीरज कापड़ी ने देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक IMA में सफलता पायी है । इस सफलता से नीरज ने न केवल अपने परिजनों का मान बढ़ाया है बल्कि समूचे प्रदेश को भी गौरवान्वित किया है।
कई असफलताओं पर भी नहीं मानी हार
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के सतगढ़ निवासी नीरज कापड़ी ने आईएमए की परीक्षा में ऑल इंडिया स्तर पर चौथा स्थान हासिल किया है। बताया गया है कि अब डेढ़ महीने बाद वह आईएमए देहरादून में प्रशिक्षण के लिए जाएंगे, जहां से पास आउट होने के पश्चात वह सैन्य अधिकारी बन जाएंगे।
बता दें कि नीरज ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा विवेकानंद विद्या मंदिर इंटर कॉलेज से प्राप्त की है। तत्पश्चात उन्होंने राजकीय महाविद्यालय पिथौरागढ़ से स्नातक किया। बताते चलें कि इंटरमीडिएट के उपरांत ही वह सेना में भर्ती होने की तैयारियों में जुट गए थे। परंतु बार बार उन्हें असफलता का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद उन्होंने सेना में जाकर देशसेवा करने के अपने सपनों को टूटने नहीं दिया और अपनी कड़ी मेहनत और लगन के बलबूते यह मुकाम हासिल किया।
युवाओं के लिए हैं प्रेरणास्रोत
नीरज ने अपनी इस अभूतपूर्व सफलता का श्रेय अपने पिता कृषि विभाग में आंतरिक निरीक्षक कैलाश चंद्र कापड़ी, माता सरोज कापड़ी और पहली मंजिल संस्थान को दिया है। नीरज की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है
साथ ही समूचे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है। सबसे खास बात तो यह है कि वर्ष 2015 से सेना में भर्ती होने की तैयारियों में जुटे नीरज ने कई बार असफल होने के बावजूद भी हार नहीं मानी और अपनी कड़ी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है। सच कहें तो नीरज अपनी इस अभूतपूर्व सफलता से राज्य के कई युवाओं के भी प्रेरणास्रोत बन गए हैं।
उत्तराखंड की सभी रोचक व् नयी जानकारी के लिए ई- देवभूमि के WHATSAPP GROUP से जुडिए | |
उत्तराखंड की सभी रोचक व् नयी जानकारी के लिए ई- देवभूमि के TELEGRAM GROUP से जुडिए | ![]() |